Tag: जाड़ों के नमो-नाज़ुक लम्हों ने ओढ़ी सुरों की गरमाहट
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फिजा में पौष माह में ही फागुनी रंग बिखरे।
ग्वालियर:- तबले और पखावज की मदमाती थाप, गायन की रसभीनी तानें और संतूर व मोहनवीणा वादन की मीठी व मादक धुनें निकालीं तो ऐसा लगा ... Read More