
बडे महाराज का सपना था कि ग्वालियर को स्वच्छ, स्वस्थ्य, शिक्षित और सुंदर शहर बनाएं:- ज्योतिरादित्य सिंधिया
ग्वालियर:- पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि ग्वालियर के विकास और प्रगति के लिए मेरे शरीर का कातरा-कतरा हाजिर है। शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सुविधाओं में जो इतिहास 50 वर्ष पूर्व ग्वालियर शहर का था। जहां मध्य प्रदेश की बात होती थी, तो पहले ग्वालियर शहर का नाम आता था। हमे ग्वालियर को उस स्थान पर ले जाना है। उन्होने कहा कि बडे महाराज का सपना था कि ग्वालियर को स्वच्छ, स्वस्थ्य, शिक्षित और सुंदर शहर बनाएं। इसके लिए सिंधिया विचार मंच के एक-एक कार्यकर्ता का योगदान जरूरी है। तभी हम ग्वालियर को सुंदर शहर बना सकते हैं।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने सोमवार को श्याम वाटिका में आयोजित सिंधिया विचार मंच के कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा कि यह पहला मंच है जहां राजनैतिक चर्चा ना होकर ग्वालियर के विकास और आशा अभिलाषा पर बात हुई। जनसेवा का पथ अगर आपने अपनाया है तो लक्ष्य जन सेवा होना चाहिए। जन सेवा पथ तो हम अपना लेते हैं लेकिन लक्ष्य बन जाता है राजनीति। श्री सिंधिया ने कहा कि हमारे देश में स्वतंत्रता की जो लडाई लडी गई थी वह लडाई पिस्तोल और बंदूक के दम पर ना लडते हुए आत्मा और भावना के दम पर लडी गई, एक व्यक्ति ने एक मशाल की तरह एक अलख जगाई अहिंसा के पथ पर चलकर किसी देश ने स्वतंत्रता पाई है तो वह केवल बापू का देश भारतवर्ष है ।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि इस विचार मंच के गठन के बाद एक आधारशिला हम रखें कि हमारी प्राथमिकता किन मुद्धों पर रहेगी। मेहनत मशक्कत करने में किसी को पीछे नही हटना चाहिए और इसका एक उदाहरण श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कर दिखाया है। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य छोटा बडा नहीं होता है। शायद ही इतिहास में किसी केबिनेट मंत्री ने इस तरीके से कोशिश की हो, स्वतः ही नाली में उतर कर सफाई की हो। अब ये मुद्धा सम्पूर्ण विचार मंच का बन जाना चाहिए और कहा कि मैं चाहुंगा इस अभियान के अगले चरण में आपको मेरे नेतृत्व की जरूरत पड़ी तो मैं आपके साथ चलने के लिए तैयार हूँ।