भगवान के बाद चिकित्सक पर ही सबसे ज्यादा भरोसा करता मरीज:- एस आर मोहंती

भगवान के बाद चिकित्सक पर ही सबसे ज्यादा भरोसा करता मरीज:- एस आर मोहंती

ग्वालियर:-  मुख्य सचिव श्री एस आर मोहंती ने कहा है कि भगवान के बाद चिकित्सक पर ही पीड़ित व्यक्ति सबसे ज्यादा भरोसा करता है। चिकित्सकों को उनके भरोसे को टूटने नहीं देना चाहिए। चिकित्सक अपने पूरे मनोयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए पीड़ित व्यक्ति को बेहतर उपचार उपलब्ध कराएं। मुख्य सचिव श्री मोहंती ने शनिवार को जीआर मेडीकल कॉलेज के सभाकक्ष में चिकित्सकों की बैठक में यह बात कही।
ग्वालियर में चिकित्सकीय सुविधाओं को और बेहतर करने के उद्देश्य से मुख्य सचिव श्री एस आर मोहंती ने ग्वालियर भ्रमण के दौरान शाम को मेडीकल कॉलेज पहुँचकर चिकित्सकों के साथ बैठक की। बैठक में ग्वालियर संभाग के आयुक्त श्री एम बी ओझा, कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी, पुलिस अधीक्षक श्री नवनीत भसीन, नगर निगम आयुक्त श्री संदीप माकिन, अधीक्षक जेएएच डॉ. अशोक मिश्रा, मानसिक आरोग्यशाला की संचालक डॉ. ज्योति बिंदल सहित मेडीकल कॉलेज के चिकित्सक और विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्य सचिव श्री एस आर मोहंती ने कहा कि अस्पताल में आने वाले 90 प्रतिशत से अधिक मरीजों को सामान्य उपचार और दवाओं से ठीक किया जा सकता है। चिकित्सक चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने की दिशा मे अपनी सर्वश्रेष्ठ सेवाएं प्रदान करें। उन्होंने कहा कि चिकित्सक के ऊपर मरीज को ठीक करने की जवाबदारी रहती है। वे अपनी जवाबदारी का निर्वहन निष्ठापूर्वक करें। संसाधनों के अभाव में भी बेहतर स्वास्थ्य सेवाऐं उपलब्ध कराई जाना चाहिए।
मुख्य सचिव श्री मोहंती ने कहा कि चिकित्सालय की छोटी-छोटी समस्याओं को स्थानीय स्तर पर ही निराकृत किया जा सकता है। जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और नगर निगम के सहयोग से अस्पताल की व्यवस्थाओं को बेहतर से बेहतर बनाया जा सकता है। छोटी-छोटी समस्याओं के लिए शासन स्तर से अपेक्षाएं करना उचित नहीं है। चिकित्सालय में चिकित्सक समय पर उपस्थित रहें। आवश्यक दवाएं उपलब्ध रहें, तो कोई कारण नहीं है कि छोटी-छोटी बीमारियों को लेकर भी मरीज या उसके परिजन परेशान हों।
मुख्य सचिव श्री मोहंती ने बैठक में यह भी कहा कि चिकित्सकों और अस्पताल में सुरक्षा की व्यवस्थाएं पुख्ता रहना चाहिए। इसके लिए पुलिस अधीक्षक विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय की सुरक्षा व्यवस्था के लिए औद्योगिक सुरक्षा फोर्स के माध्यम से शहर के 100 युवाओं को प्रशिक्षण भी दिलाया जाए। प्रशिक्षण के उपरांत इन्हीं लोगों को चिकित्सालय की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी जाए। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया कि वे पहल कर 100 लोगों के प्रशिक्षण का प्रस्ताव भेजें। पुलिस अधीक्षक श्री नवनीत भसीन के आग्रह पर उन्होंने सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में पुलिस विभाग के लिए कक्ष उपलब्ध कराने के भी निर्देश‍ दिए। इसके साथ ही अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीव्ही कैमरों की मॉनीटरिंग स्मार्ट सिटी के माध्यम से स्थापित किए गए कंट्रोल रूम तथा पुलिस कंट्रोल रूम के माध्यम से भी हो, यह सुनिश्चित किया जाए।

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