
समाज के अंतिम छोर तक कमजोर वर्ग को मिले योजनाओं का लाभ – प्रभारी मंत्री श्री उमंग सिंघार
ग्वालियर:- प्रदेश सरकार अपने गठन के साथ ही आम जन के लिए कल्याणकारी निर्णय लेने में आगे रही है। चाहे किसानों का फसल ऋण माफ करने का निर्णय हो या पेंशन की राशि बढ़ाने अथवा बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने की बात हो। सरकार ने आम जन की भलाई के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। इनकी सार्थकता एवं सफलता तभी है जब प्रत्येक वर्ग तक योजनाओं की जानकारी पहुँचे। समाज में अंतिम छोर तक कमजोर वर्गों को योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए। हितग्राही इन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लें। इसी उद्देश्य से अंत्योदय मेला आयोजित किया गया है। यह बात प्रदेश के वन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री उमंग सिंघार ने अपने उदबोधन में कही।
प्रभारी मंत्री एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री उमंग सिंघार ने कहा कि सरकार वचन पत्र में दिए गए हर वादे को पूरा करेगी। उन्होंने ग्वालियर जिले के विकास पर अपने विचार रखते हुए कहा कि यहां विकास की अपार संभावनाएं हैं। यह महानगर भी है। इसलिए आमजन के लिए मूलभूत सुविधाएं भी हैं। परंतु ऐसा वर्ग जो आर्थिक रूप से अत्यंत पिछड़ा हुआ है, उनको सशक्त बनाने के लिए हितग्राहीमूलक योजनाओं का लाभ देने के लिए अंत्योदय मेला एक अच्छा माध्यम है। उन्होंने कहा कि जिले में अभी तक 700 से अधिक युवाओं ने युवा स्वाभिमान योजना के तहत अपना पंजीयन कराया है। अधिक से अधिक बेरोजगार युवा इस योजना का लाभ लें।
प्रभारी मंत्री श्री सिंघार ने कहा कि सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन की राशि 300 रूपए से बढ़ाकर 600 रूपए करने का निर्णय लिया है। उन्होंने जय किसान फसल ऋण माफी योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि योजना के तहत दिसम्बर 2018 तक के नियमित खातों का भी प्रमाण-पत्र दिया जाएगा।
ग्वालियर के विकास के लिए मांगे सुझाव
प्रभारी मंत्री श्री उमंग सिंघार ने कहा कि ग्वालियर में विकास की अपार संभावनाएं हैं। यहां रचनात्मकता से काम किया जा सकता है। उन्होंने ग्वालियर के विकास के लिए सभी लोगों से सुझाव भी मांगे। उन्होंने कहा सभी सुझाव दें कि ग्वालियर का विकास किस प्रकार किया जा सकता है। किस क्षेत्र में बेहतर काम कर सकते हैं। उसी को केन्द्र में रखते हुए काम किया जाएगा।
मुख्य अतिथि ने देखी विभागों की प्रदर्शनियां
फूलबाग मैदान पर आयोजित अंत्योदय मेले में विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शनियां लगाई गई थीं। विभिन्न विभागों के अलग-अलग काउण्टरों पर मौजूद अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने हितग्राहियों को योजनाओं की जानकारी दी और मौके पर ही लाभ वितरण किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री उमंग सिंघार ने मेले में लगी विभागीय प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। उन्होंने सभी स्टॉल पर पहुँचकर हितग्राहियों से चर्चा भी की और संबंधित विभागीय अधिकारी से कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम लोगों तक योजनाओं की जानकारी पहुँचाएं। जब लोगों को योजनाओं की जानकारी होगी तभी वे उसका लाभ ले पाऐंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश के पशुपालन, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास मंत्री श्री लाखन सिंह यादव ने संबोधित करते हुए कहा कि जय किसान फसल ऋण माफी योजना के तहत किसानों का दो लाख रूपए तक का ऋण माफ किया जा रहा है। किसानों के खातों में राशि आना भी प्रारंभ हो गई है। इसके साथ ही सरकार ने अपने वादे को पूरा किया है। उन्होंने कहा सरकार निराश्रित गौवंश के संरक्षण के प्रति भी संवेदनशील है। इसीलिए प्रदेश भर में गौशालाएं स्थापित की जा रही हैं। ग्वालियर जिले में भी गौवंश संरक्षण के लिए गौशालाओं के निर्माण पर प्रभावी काम प्रारंभ कर दिया गया है।
विभिन्न योजनाओं के तहत इन हितग्राहियों को मिला लाभ
अंत्योदय मेले में हितग्राहियों को मौके पर ही लाभ दिया गया। उन्हें योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। इनमें से कुछ हितग्राहियों को प्रतीक स्वरूप मंच से प्रमाण-पत्र भी दिए गए। इनमें संबल योजना के तहत श्रीमती कमलबाई, बैकुण्ठी बाई, राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना में प्रेमा साहू, पवन बाथम, दिव्यांग पेंशन के तहत सुश्री रिंकी, स्वरोजगार योजना में केश शिल्पी योजना के तहत शिल्पी वर्मा, फलोद्यान योजना में गुप्त सिंह, राजेन्द्र सिंह राजपूत, श्रमिक पंजीयन में शेर सिंह, सुनील, आरती को लाड़ली लक्ष्मी योजना का प्रमाण-पत्र दिया गया।
इसके अलावा जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति की ओर से सीएनजी ऑटो के लिए राकेश बाबू सिंह मिर्धा को सहायता दी गई। मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना में पंकज शर्मा को 13 लाख, स्वरोजगार योजना में महावीर बघेल को 5 लाख रूपए का ऋण भी प्रदान किया गया है।
मेले में लगा आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य शिविर
अंत्योदय मेले में आयुष्मान भारत योजना के तहत वृहद स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। शिविर में आयुष्मान भारत निरामयम् योजना का लाभ देने के लिए हितग्राही चिन्हित किए गए। हितग्राहियों को बताया गया कि योजना के तहत 1392 प्रकार की बीमारियों का इलाज संभव है। जिला अस्पताल में 307 बीमारियों का उपचार कराया जा सकता है।