
क्या आंखे मूदकर काम करता हैं, स्वास्थ विभाग? वर्षो से जमे आधिकारियों की सरपरस्ती में फल फूल रहा है अनाधिकृत नर्सिंग होम का धंधा!
ग्वालियर :- कलेक्टरग्वालियर के निर्देषन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, ग्वालियर की टीम के द्वारा अनाधिकृत रूप हो रहे गर्भपात नर्सिंगहोम पर छापामार कार्यवाही कर स्मार्ट सिटी हाॅस्पीटल एण्ड मल्टीस्पेषिलिटी ट्रामा सेन्टर नर्सिंगहोम को सीलबन्द किया! स्मार्ट सिटी हाॅस्पीटल एण्ड मल्टीस्पेषिलिटी ट्रामा सेन्टर ग्वालियर बिना पंजीयन के संचालित हो रहा था, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी आँखे बंद कर बैठे थे! प्रातः 07ः03 पर दूरभाष के माध्यम से मुखबर द्वारा सूचना आयी, कि गुढ़ा गुढी के नाका, कम्पू ग्वालियर में संचालित स्मार्ट सिटी हाॅस्पीटल एण्ड मल्टीस्पेषिलिटी ट्रामा सेन्टर में गर्भपात किया जा रहा है। जिस पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, ग्वालियर के द्वारा श्रीमान कलेक्टर महोदय को सूचित कर अवगत कराया, जिस पर श्रीमान कलेक्टर महोदय के निर्देषानुसार तत्काल कार्यवाही करते हुये टीम गठित कर उक्त अस्पताल पर निरीक्षण कर नियमानुसार कार्यवाही की गयी। जिस पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, ग्वालियर के निर्देषानुसार तत्काल टीम गठित की गई! अपने चहेतों को टीम में शामिल कर जांच के निर्देश दिये, जबकि नर्सिंग होम प्रभारी यह जानते हैं कि शहर अनेक नर्सिंग होम / अस्पताल अवैध रूप से संचालित हैं!
गठित टीम ने तत्काल मौके पर पहुंच कर स्मार्ट सिटी हाॅस्पीटल मल्टीस्पेषिलिटी एण्ड ट्रामा सेन्टर, ग्वालियर में मौके पर मरीज निवासी गोल पहाडिया, ग्वालियर मौजूद थी जिनका गर्भपात हुआ था। जाॅच दल द्वारा महिला मरीज का कथन लिया, उन्होने बताया कि मेरी दो बच्चियां पहले से है और तीसरी बच्चा नहीं चाहिऐ। उन्होंने निजी अल्ट्रासाउण्ड/सोनोग्राफी सेन्टर आवष्यकतानुसार दवाईयां दी गयी। मरीज के कथन के समय उनकी सांसये गये। मौके दौरान डाॅ.नेहा नागौरी के कथन लिये गये, जिसमें उन्होनें बताया, कि वह जिला मुरैना में बामौर में शासकीय चिकित्सक के रूप में पदस्थ है। संबंधित चिकित्सक दोपहर 03ः00 बजे से शाम 05:00 बजे तक मरीज देखती है एवं कभी-कभी आपरेषन/डिलेवरी संबंधी चिकित्सकीय कार्य भी करती है। मरीज को डाॅ.नेहा नागौरी के द्वारा देखा गया एवं ईलाज किया जाकर उनकी उपस्थिति में ही गर्भपात किया गया है। कार्यालयीन रिकाॅर्ड के अनुसार उक्त अस्पताल का पंजीयन 31 मार्च 2024 को समाप्त हो गया था जिसके उपरांत भी अस्पताल का संचालन भी किया जा रहा था। अस्पताल पूर्वानुसार सुदीप नागौरी के नाम से पंजीकृत होना पाया गया है। अस्पताल के बोर्ड पर डाॅ.शैलेन्द्र नागौर, डाॅ.गायत्री नागौरी, डाॅ.नेहा नागौरी एवं संचालक डाॅ.सुदीप नागौरी अंकित थे।
मौके पर डाॅ.गायत्री नागौरी के कथन के द्वारा बताया गया, कि वह भी आनकाॅल चिकित्सकीय सेवायें देती है। मौके पर ही अध्ययनरत नर्सिंग स्टाफ श्रीमती किरन कष्यप के कथन के द्वारा बताया गया, कि वो तृतीय वर्ष की अध्ययनरत छात्र है एवं अस्पताल में तीन वर्षो से नर्सिंग स्टाफ के रूप में कार्य कर रही है। संबंधित हावर्ड नर्सिंग काॅलेज ग्वालियर से नर्सिंग की पढाई कर रही है। श्रमती किरन ने बताया, कि अस्पताल में प्रति दिवस दो से तीन डिलेवरी रोज की जाती है एवं सीजर भी किये जाते है जो कि डाॅ.नेहा नागौरी के द्वारा किये जाते है। और मैं उनको असिस्ट करती है।
मौके पर जाॅच करने पर मरीजों की केसषीट भी अपूर्ण व अव्यवस्थित रूप से पायी गयी। उसमें से मरीज की केस सीट मिलाकर दो अन्य केससिट के रिकाॅर्ड में जप्त की गयी है। इसके अतिरिक्त अन्य रिकाॅर्ड केमरा की डीवीआर के साथ-साथ अन्य रिकाॅर्ड जप्त किया गया है।
मौके पर टीम ने भू्रण के संबंध में जानकारी चाही गयी, तो उनकी सांस के द्वारा बताया गया, कि भ्रूण को मरीज के पति लेकर निकल गये है। जिस पर सांस के फोन से मरीज के पति को फोन लगाया, तो बताया गया कि वह भ्रूण को नूराबाद लेकर निकल गया है उसे भू्रण के साथ वापस आने के लिये कहा गया। लेकिन वह वापस नहीं आया। अन्त में मरीज की सांस के द्वारा बताया गया, कि भू्रण को नूराबाद में विसर्जित कर दिया गया है। अन्त में मरीज की मर्जी एवं चिकित्सक डाॅ.नेहा नागौरी ने परीक्षण किया तथा मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, ग्वालियर के द्वारा एम्बूलंस की व्यवस्था की गयी थी। इस सम्पूर्ण कार्यवाही श्रीमान कलेक्टर महोदया के निर्देषानुसार/निगरानी में की जा रही थी तथा जाॅच के दौरान अस्पताल का निरीक्षण किया गया। अनियमितता व पंजीयन न होने के कारण अस्पताल को आगामी आदेष/निर्णय होने तक सीलबन्द किया गया। संबंधित अस्पताल व चिकित्सकों/स्टाफ के विरूद्ध जाॅच एवं वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।