
वैक्सीन का टीका न लगवाने वाले शासकीय अधिकारियों/कर्मचारियों पर होगी कार्यवाही:- मुख्यमंत्री
ग्वालियर:- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि उच्च जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता के आधार पर टीके की दोनों डोज़ लगाई जाएँ। जिन शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों ने टीके की प्रथम डोज लगवा ली है और पात्र अवधि के बाद भी यदि उनके द्वारा दूसरी डोज़ नहीं लगवाई गई है तो ऐसे अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्यवाही की जाएगी। टीकाकरण का अभियान व्यक्ति और समाज की भलाई के लिए है। टीके की दूसरी डोज़ नहीं लगवाना समाज के लिए अपराध के समान हैं। श्री चौहान कोविड-19 संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण और टीकाकरण के लिये गठित मंत्री समूह के प्रस्तुतिकरण सत्र को संबोधित कर रहे थे। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल सहित मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस तथा अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टीके की दूसरी डोज़ के लिए विशेष अभियान संचालित किया जाए। जिन्होंने पहली डोज लगवा ली है परंतु दूसरी डोज लगवाने में लापरवाही कर रहे हैं, उन्हें चिन्हित कर दूसरी डोज लगाई जाए। कोचिंग क्लासेस संचालकों द्वारा शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने पर कोचिंग क्लास के संचालन पर भी विचार किया जा सकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में टीकाकरण अभियान पर विशेष ध्यान दिया जाए। साथ ही 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों को प्राथमिकता के आधार पर टीके की पहली डोज़ लगाने के लिए विशेष कैम्प आयोजित किए जाएँ। श्री चौहान ने कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट देखने के उपरांत ही प्रवेश देने की व्यवस्था पर भी विचार किया जा सकता है।
मंत्री समूह के सम्मुख प्रस्तुतिकरण में जानकारी दी गई कि नगर पंचायत बुढार और नगर परिषद खेतिया में शत-प्रतिशत नागरिकों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। प्रदेश के 13 जिलों की 66 ग्राम पंचायतों में भी शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन हो चुका है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सिवनी, आगर-मालवा, मुरैना, अनूपपुर, छतरपुर, मंदसौर, खरगोन, टीकमगढ़, भिंड, छिंदवाड़ा, मंडला, बड़वानी, सतना, सीधी, झाबुआ, दमोह और पन्ना में टीकाकरण को गति देने के निर्देश दिए।