राजस्व प्रकरणों के निराकरण में किसी प्रकार की कोताही न बरतें – संभागीय आयुक्त

राजस्व प्रकरणों के निराकरण में किसी प्रकार की कोताही न बरतें – संभागीय आयुक्त

ग्वालियर:- संभागीय आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने कहा है कि राजस्व अधिकारियों का सबसे पहला दायित्व राजस्व प्रकरणों के निराकरण और वसूली का है। राजस्व प्रकरणों के निराकरण में लापरवाही नहीं होना चाहिए। कलेक्टर विकास के कार्यों के साथ-साथ राजस्व प्रकरणों के निराकरण को प्राथमिकता दें। किसी भी जिले में राजस्व प्रकरणों के निराकरण की खराब स्थिति ठीक नहीं है।
संभागीय आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने बुधवार को मोतीमहल के मानसभागार में राजस्व एवं विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान संभाग के जिला कलेक्टरों को उक्त निर्देश दिए हैं। बैठक में राजस्व प्रकरणों की समीक्षा के साथ ही शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं, आदिम जाति कल्याण विभाग तथा अनुसूचित जाति विकास के कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक में ग्वालियर रेन्ज के आईजी श्री अंशुमान यादव, कलेक्टर ग्वालियर श्री भरत यादव, कलेक्टर शिवपुरी श्री श्रीमती अनुग्रह पी., दतिया डॉ. आरपीएस जादौपन, गुना श्री भास्कर लक्षकार तथा अशोकनगर कलेक्टर डॉ. मंजू शर्मा सहित नगर निगम आयुक्त श्री विनोद शर्मा, सभी जिलों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सहित राजस्व एवं अन्य विभागों के विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
संभागीय आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने बैठक में कहा कि राजस्व अधिकारियों द्वारा जो आदेश जारी किए जाते हैं, उनका अमल भी होना चाहिए। आदेशों का अमल कराने की जवाबदारी राजस्व अधिकारियों की है। सभी अनुविभागीय अधिकारी अपने-अपने अनुविभाग के पटवारियों की बैठक लेकर आदेशों का अमल सुनिश्चित कराएं। इसके साथ ही सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अपने अधीनस्थ तहसीलदार और नायब तहसीलदार के न्यायालयों का माह में एक बार अवश्य निरीक्षण करें। उन्होंने कलेक्टर से भी कहा कि माह में कम से कम एक तहसील का निरीक्षण करें तथा राजस्व प्रकरणों की समीक्षा कर उनके निराकरण में तेजी लाएं।
संभागीय आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने सभी जिला कलेक्टरों को कहा कि राजस्व प्रकरणों की नकल प्राप्त करने में आम आदमी को परेशानी नहीं होना चाहिए। सभी जिलों में यह सुनिश्चित किया जाए कि लोगों को नकल प्राप्ति में कोई परेशानी न आए। राजस्व वसूली की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि राजस्व अधिकारी का प्रथम दायित्व राजस्व वसूली है। सभी जिलों में राजस्व वसूली को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर अभियान चलाया जाए और लक्ष्य अनुसार वसूली की जाए। राजस्व वसूली के मामले में किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए। नामांतरण, सीमांकन और बटवारे क प्रकरणों का निराकरण भी सभी जिलों में अभियान चलाकर किया जाए।

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