10 करोड़ की लागत से बनी सड़क तबेले में बदली
तिघरा जाने वाले इस मार्ग पर ग्रामीण अवैध कब्जा कर सड़क पर खूंटे गाड़कर मवेशियों को बांध रहे हैं और डेयरी संचालन कर रहे हैं, जिस कारण रोड पर एक से दो फीट गहरे गड्ढे होने के कारण कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। सड़क पर कई जगह भैंसे बंधी हुई हैं और तिरपाल डालकर उसके अंदर कंडों को एकत्रित कर सड़क को लगभग बंद कर दिया है।तिघरा तक जाने वाले 13 किलोमीटर लंबे रास्ते का निर्माण साड़ा ने 10 करोड़ रुपए की लागत से कराया था, लेकिन इसके निर्माण के बाद साडा ने इसकी ओर ध्यान देना बंद कर दिया, जिसके कारण सड़क पर झाडियां उग आईं। साथ ही तिघरा से आने वाली सड़क पर ग्रामीणों ने पूरी तरह से कब्जा कर लिया। ग्रामीणों ने सड़क पर ही अपने पशुओं को बांध रखा है।सड़क को अघोषित वाहन स्टैण्ड भी बना रखा है। यहां पर ग्रामीण ट्रैक्टर, चार पहिया वाहन, कंडे आदि रखते हैं। वहीं दूसरी ओर गोल पहाडिया से लेकर तिघरा तक जाने वाली सड़क पर हर तीन से पांच फीट की दूरी पर गहरे गड्ढे हो गए हैं, जिनमें कई बार ट्रक तक पलट चुके हैं। वहीं गड्ढों के कारण सबसे अधिक परेशानी दो पहिया वाहन चालकों को होती है