‘कौन करेगा अब मेरी डोली को विदा’: आंखें हुईं नम
बड़वानी:- हमारा बेटा अधिकारी बन गया है। अब तो हमारी सब दिक्कतें दूर हो जाएंगी। बेटा हेलमेट पहनकर जाआ। हां भैया, हेलमेट तो पहन लो। अरे गुड़िया बस यहीं तक तो जाना है। अभी गया और अभी आया। लेकिन वह युवा वापस नहीं लौटता है अपितु उसकी मृत्यु का संदेश आता है। सभी के सपने बिखर जाते हैं। घर का एकमात्र सहारा सड़क दुर्घटना की भेंट चढ़ जाता है। ये दृष्य हैं नुक्कड़ नाटक ‘तुम तुम आंखों के तारे हो’ के, जिसको तैयार किया है शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़वानी के स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ के प्रशिक्षित रंगकर्मियों ने। इस नाटक की प्रस्तुति 14 और 16 जनवरी को महाविद्यालय परिसर में तथा 15 जनवरी को बड़वानी नगर के विभिन्न स्थानों पर की गई। नगर की प्रस्तुतियों के दौरान यातायात प्रभारी श्री करणसिंह रावत, सूबेदार सुश्री अलका वास्केल, राउनि श्री एसएस कुमरावत, श्री केशरे, री गजेंद्र और श्री सुखराम उपस्थित रहे। इस नाटक का लेखन प्रीति गुलवानिया तथा कोमल सोनगड़े ने किया। निर्देशन ग्यानारायण शर्मा और डॉ. मधुसूदन चौबे ने किया। ज्ञातव्य है कि इन दिनों 31 वां राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह चल रहा है। कॉलेज की कक्षाओं में भी विद्यार्थियों को यातायात के नियमों के बारे में कॅरियर सेल द्वारा जानकारी दी जा रही है। साथ ही इन नियमों के पालन की शपथ भी दिलाई जा रही है। यह आयोजन प्राचार्य डॉ. आर. एन. शुक्ल के मार्गदर्शन में कॉलेज में किया जा रहा है।