कलेक्टर ने 12 कर्मचारियों को नोटिस जारी करने के दिए निर्देश।
ग्वालियर:- मुरार अस्पताल में आने वाले मरीजों को अब अस्पताल के वार्ड बॉय अटेण्ड कर ससम्मान स्ट्रेचर के माध्यम से अस्पताल के वार्ड तक ले जायेंगे। इसके साथ ही अस्पताल से जाने वाले मरीजों को भी वार्ड बॉय स्ट्रेचर से बाहर तक छोड़ने आयेंगे। अस्पताल में यह व्यवस्था प्रारंभ की गई है। इसके लिए डॉ. खरे को प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने गुरूवार को मुरार अस्पताल के निरीक्षण के दौरान उक्त व्यवस्था को और बेहतर करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने मुरार अस्पताल एवं मुरार जच्चाखाना का आकस्मिक निरीक्षण किया। जिला प्रशासन के अपर कलेक्टर एवं एसडीएम के नेतृत्व में अस्पताल के कायाकल्प के लिए चलाए जा रहे अभियान में किए गए कार्यों का उन्होंने निरीक्षण भी किया। कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान कहा कि अस्पताल की व्यवस्थाओं को और बेहतर करने के लिए प्रभावी प्रयास जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाना आवश्यक है।
कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने मुरार जच्चाखाना का निरीक्षण करते हुए कहा कि अस्पताल में आने वाले सभी अटेण्डर वार्ड के बाहर ही अपने चप्पल-जूते उतारें और वार्ड में जाते समय अस्पताल की ओर से उपलब्ध कराई जाने वाली चप्पल पहनकर ही वार्ड में जाएं, यह व्यवस्था शीघ्र प्रारंभ की जाए। इसके लिए अस्पताल की ओर से हवाई चप्पलें क्रय कर सभी वार्डों के बाहर रखवाने की व्यवस्था की जाए। अस्पताल में आने वाले लोगों के जूते-चप्पल सुरक्षित एवं व्यवस्थित रखे रहें, इसके लिए जूता स्टेण्ड भी स्थापित किया जाए। कलेक्टर श्री चौधरी ने सिविल सर्जन कार्यालय का निरीक्षण के दौरान रिकॉर्ड अव्यवस्थित पाए जाने तथा उपस्थित कर्मचारियों से जानकारी लेने पर संतोषप्रद जवाब न देने तथा कार्य को व्यवस्थित न करने पर सभी 12 कर्मचारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि ऑफिस का स्टाफ अपने रिकॉर्ड को व्यवस्थित रखें तथा सभी अलमारियों पर उसमें रखे गए कागजातों एवं दस्तावेजों की सूची भी चस्पा करें।
कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने निरीक्षण के दौरान मुरार के दोनों अस्पतालों में सफेद रंग से नीली पट्टी के साथ रंग कराने के निर्देश भी सिविल सर्जन को दिए। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग के माध्यम से रंग कराने का कार्य तत्परता से किया जाए।