डॉ शिराली की कविता “लघुता की महत्ता” एन.सी.ई.आर.टी में

डॉ शिराली की कविता “लघुता की महत्ता” एन.सी.ई.आर.टी में

ग्वालियर:-  शहर की उदीयमान कवयित्री डॉ शिराली रुनवाल की काव्यक्रति “लघुता की महत्ता” को एन.सी.ई.आर.टी. के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। प्राथमिक शिक्षक नामक एलीमेंट्री एजुकेशन की उक्त उपयोग आगामी 2 अक्टूबर से देश भर के शासकीय शिक्षकों के महाकुंभ ” टीचर्स रिओरिएन्टेशन प्रोग्राम” के अंतर्गत नवाचार श्रेणी में किया जायेगा। ये दूसरा अवसर है जब डॉ शिराली को राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान व प्रशिक्षण परिषद के कोर्स की किताब में सम्मानित किया गया है। डॉ शिराली रुनवाल गजराराजा मेडिकल कॉलेज के प्रसूति एवं स्त्रीरोग विभाग से एम एस कर रहीं हैं। उन्हें इसी बर्ष नई दिल्ली में स्नातकोत्तर शिक्षा के क्षेत्र में ” नेशनल यूथ आइकन” की उपाधि से नवाजा गया है। ग्वालियर रत्न डॉ शिराली रुनवाल चिकित्सक दंपति डॉ अरविंद- सुधा रुनवाल की इकलौती संतान है।

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