प्रदेश स्तर पर नगर निगम का तीसरा एवं जिला पंचायत का पाँचवा स्थान
ग्वालियर:- सीएम हैल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण में नगर निगम एवं जिला पंचायत द्वारा तत्परता से कार्य किया गया है। इन दोनों ही संस्थाओं के द्वारा सीएम हैल्पलाइन के प्रकरणों को समय-सीमा में संतुष्टिपूर्वक निराकरण हुआ है। प्रदेश स्तर पर नगर निगम का तीसरा एवं जिला पंचायत का पाँचवा स्थान रहा है। कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने अंतरविभागीय समन्वय समिति की बैठक में समीक्षा के दौरान बताया ।
अंतरविभागीय समन्वय समिति की बैठक में प्रधानमंत्री आवास, वृक्षारोपण, जलाभिषेक अभियान, आपदा प्रबंधन तथा प्रदूषण नियंत्रण के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री शिवम वर्मा, अपर कलेक्टर श्री अनूप कुमार सिंह, अपर कलेक्टर श्री किशोर कान्याल सहित जिले के अनुविभागीय अधिकारी एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने बैठक में नया सवेरा योजना की समीक्षा के दौरान नगरीय तथा ग्रामीण क्षेत्रों में हितग्राहियों के भौतिक सत्यापन का कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम ग्वालियर को इस दिशा में विशेष प्रयास करने को कहा। उन्होंने जिले में चलाए जा रहे वृक्षारोपण अभियान के तहत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में अधिक से अधिक वृक्षारोपण के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। जिले में जिन स्थानों पर वृहद वृक्षारोपण कर सिटी फोरेस्ट के रूप में विकसित किया जाना है, वहाँ पर लक्ष्य अनुसार पौधरोपण का कार्य तत्परता से कराया जाए।
कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने प्रदूषण नियंत्रण के संबंध में समीक्षा करते हुए कहा कि श्रीगणेश उत्सव से पूर्व पीओपी की प्रतिमाओं की रोकथाम हेतु विशेष प्रयास किए जाएं। इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने के साथ ही कार्यशाला का आयोजन भी किया जाए। प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारी इस दिशा में विशेष प्रयास कर लोगों में जन जागृति लाने का कार्य करें।
मिलावट करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई करने पर
अधिकारियों को प्रमाण-पत्र वितरित
कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने ग्वालियर जिले में मिलावट करने वालों के विरूद्ध की गई कार्रवाई में सराहनीय कार्य करने पर अनुविभागीय अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र वितरित किए हैं। अनुविभागीय अधिकारी सर्वश्री प्रदीप तोमर, सी बी प्रसाद, अनिल बनवारिया, श्रीमती जयति सिंह, श्रीमती पुष्पा पुषाम, सुश्री दीपशिखा भगत, ए.के. गौर, आर के पाण्डेय एवं श्री एस के त्रिपाठी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।