टेनिस के खेल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी से उभरते खिलाड़ी
ग्वालियर:- लगातार अपने शानदार खेल प्रदर्शन से आईटीएम ग्लोबल स्कूल के आयुष्मान अरजरिया ने विश्व स्तर पर एक ओर पताका फहराया है। शहर से एकमात्र आयुष्मान ही पहले खिलाड़ी हैं, जिन्हें विंबलडन में खेलने का मौंका मिला है।
टेनिस के खेल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी से उभरते खिलाड़ी आईटीएम ग्लोबल स्कूल के स्टूडेंट आयुष्मान अरजरिया ने एक ओर कीर्तिमान रचा है। उन्होंने अंडर 14 के अंतर्गत विंबलडन टेनिस ग्राउंड में अपने दोहरे शानदार प्रदर्शन से सबका दिल जीत लिया। वे डबल्स के क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे, वहीं एकल में प्री क्वार्टर फाइनल का सफर तय किया। उल्लेखनीय है कि ग्वालियर के टेनिस इतिहास में अभी तक यहां से कोई भी टेनिस खिलाड़ी विंबलडन खेलने नहीं जा पाया है। इससे पहले भी फ्रांस में वर्ल्ड टेनिस चैम्पियनशिप में शानदार खेल प्रदर्शन के चलते अपनी जगह बना चुके हैं। उनकी इस उपलब्धि पर स्कूल की चेयरपर्सन रूचि सिंह चौहान, मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ दौलत सिंह चौहान, प्रिंसीपल पीएफ करकरिया, वाइस प्रिंसीपल ममता शर्मा सहित सभी फैकल्टीज व आईटीएम परिवार ने उन्हें शुभकामनाएं देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
भारत से सिर्फ दो खिलाड़ी खेल पाए हैं विंबलडन।
एकल में वह दो राउंड जीतकर प्री क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे। पहले राउंड में उन्होंने सरे के जे केवांस और दूसरे राउंड में कैंट के इंगुस होवार्ड को पराजित किया। प्री क्वार्टर फाइनल में उन्हें इंग्लैंड के काइरान मेगिगे ने 6-1, 6-2 से पराजित किया। वहीं डबल्स में वह क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे। भारत से इस टूर्नामेंट में मात्र दो खिलाड़ी जूनियर विंबलडन खेलने गए हैं।