संचय जल, बेहतर कल के ध्येय:-जयवर्धन सिंह
इन्दोर:- प्रदेश के नगरीय निकायों में पानी की हर बूंद को सहेजने और उसे भूमि में उतारने सहित जल संरक्षण और संवर्धन के लिये प्रदेशव्यापी अक्षय जल अभियान तथा जल शक्ति अभियान का क्रियान्वयन प्रारंभ किया गया है। इन अभियानों का विधिवत शुभारंभ आज इंदौर में एक गरिमामय समारोह में प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्धन सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन श्री संजय दुबे तथा आयुक्त नगरीय प्रशासन श्री पी. नरहरि, प्रमुख अभियंता श्री प्रभाकर कटारे, इंदौर नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष श्रीमती फौजिया शेख अलीम तथा सभापति श्री अजयसिंह नरूका विशेष रूप से मौजूद थे। इस अवसर पर कार्यशाला भी आयोजित की गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नगरीय प्रशासन तथा आवास मंत्री श्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि पानी बचाना समय की सबसे बड़ी जरूरत है। सुरक्षित भविष्य के लिये पानी की हर बूंद को बचाना होगा। भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने की जरूरत है। हर शहर में नहीं बल्कि हर घर तक पानी बचाने का संदेश पहुंचाना है। इसके लिये राज्य सरकार द्वारा अक्षय जल अभियान और जल शक्ति अभियान का क्रियान्वयन प्रारंभ किया गया है। राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि हर व्यक्ति तक सुलभ रूप से जल पहुंचे। रूफ वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य व्यापक स्तर पर हो। अभियान के अन्तर्गत जल संवर्धन और वृक्षारोपण के कार्य भी किये जायेंगे। अभियान को जन आंदोलन बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि रूफ वाटर हार्वेस्टिंग के अलावा जल संरचनाओं को पुर्नजीवित करने के कार्य भी किये जाएंगे। सीवरेज वाटर का ट्रीटमेंट कर उसके पानी को उपयोगी बनाने के कार्य भी अभियान में होंगे। उन्होंने कहा कि अभियान के अन्तर्गत योजनाबद्ध रूप से कार्य किये जायें। उन्होंने अभियान के अन्तर्गत हर नागरिक को जोड़ने और जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक तथा धार्मिक संगठनों की सक्रिय सहभागिता लेने की बात भी कही। उन्होंने इंदौर शहर में शहर काजी द्वारा जल संरक्षण के संबंध में लिये गये निर्णय की तथा भोपाल में पूर्व प्रशासनिक अधिकारी श्री एम.एन. बूच द्वारा किये गये कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिये बेहतर उदाहरण है। उन्होंने कहा कि इंदौर की गौरवशाली परम्परा है कि वे इस तरह के अभियानों में सकारात्मक सहयोग देते हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इसी तरह की परम्परा इस अभियान में भी कायम रहेगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन श्री संजय दुबे ने कहा कि मालवा में लगातार भूजल स्तर नीचे हो रहा है। जल का अनियंत्रित दोहन किया जा रहा है। इसके कारण चिन्ताजनक स्थिति बन रही है। डग-डग रोटी, पग-पग नीर की कहावत को पुन: चरितार्थ करके दिखाना है। इस दिशा में यह अभियान कारगर साबित होगा। उन्होंने पानी के अपव्यय को रोकने, वर्षा जल को बचाने, पुरानी जल संरचनाओं को पुर्नजीवित करने के लिये नगरीय निकायों को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस अभियान को वह अपनी सामाजिक तथा व्यक्तिगत दायित्व मानते हुए पूरा करें। उन्होंने कहा कि इंदौर किसी भी अभियान के क्रियान्वयन में हमेशा से अग्रणी रहा है। जन हित के कार्यों में उल्लेखनीय सकारात्मक सहयोग मिलता है। स्वच्छता में भी उत्कृष्ठ कार्य हुआ है। उन्होंने जल संवर्धन तथा जल संरक्षण के अभियान में नवाचार करने के निर्देश नगरीय निकायों को दिये।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए नगरीय प्रशासन आयुक्त श्री पी. नरहरि ने कहा कि अक्षय तथा जल शक्ति अभियान के तहत नगरीय निकायों में वृहद स्तर पर अभियान चलाया जायेगा। हमारा प्रयास होगा कि जारी मानसून सत्र का पूरा लाभ लिया जाये और इस मानसून सत्र में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग के अधिक से अधिक कार्य करवाये जायें। वर्षा जल के एक-एक बूंद को सहेजने के प्रयास हों। यह एक अतिमहत्वपूर्ण कार्यक्रम है। उन्होंने इस वर्ष प्रदेश में हुई अत्यधिक गर्मी पर चिन्ता जाहिर करते हुए कहा कि यह शुभ संकेत नहीं है। अगर अभी भी हम सजग नहीं हुए तो आने वाले भविष्य में और भी कठिनाई महसूस करेंगे। जल एवं जल स्त्रोंतों को बचाना होगा। इस अभियान को जनांदोलन बनाकर हर व्यक्ति को जोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि अभियान के अन्तर्गत रूफ वाटर हार्वेस्टिंग के कार्य को प्राथमिकता से कराये जायेंगे। सभी शासकीय भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के कार्य होंगे। जिन भवनों में पूर्व से यह कार्य हो चुके हैं, उन्हें दुरस्त कर पुन: क्रियाशील किया जायेगा। नये भवनों को पूर्णता प्रमाण पत्र तभी दिया जाये, जब वहां रेन वाटर हार्वेस्टिंग और फायर सेफ्टी कार्य हुए हों। उन्होंने पुरानी जल संरचनाओं के पुर्नद्धार एवं उन्हें पुर्नजीवित करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने इस अभियान को जन समुदाय की माँग आधारित अभियान बनाने की बात पर जोर दिया।
कार्यक्रम के दौरान इंदौर नगर निगम आयुक्त श्री आशीष सिंह ने इंदौर में इस अभियान के अन्तर्गत प्रारंभ किये गये कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इंदौर शहर में 50 हजार रूफ वाटर हार्वेस्टिंग करने का लक्ष्य रखा गया है। अभियान के अन्तर्गत 80 हजार पौधे रोपित किये जायेंगे। कान्ह एवं सरस्वती नदियों को भी पुर्नजीवित करने का प्रयास किया जा रहा है। इन दोनों नदियों के किनारे भी वृक्षारोपण किया जायेगा। सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाये जा रहे हैं।