संभाग आयुक्त ने ग्रामीणों से वृक्षारोपण एवं जल संरक्षण के कार्य करने का किया आग्रह
ग्वालियर:- शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों की जमीनी हकीकत जानने के लिए संभागीय आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने बुधवार को कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी के साथ ग्रामीण क्षेत्र का भ्रमण किया। उन्होंने भ्रमण के दौरान वृक्षारोपण, जल संरक्षण, स्कूलों, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत वितरित किए जाने वाले खाद्यान्न व्यवस्था का अवलोकन किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने भ्रमण के दौरान कलेक्टर से कहा है कि जिन लोगों को जमीन के पट्टे दिए गए हैं, पट्टे की भूमि पर कृषि कार्य न करने वाले पट्टेदारों को नोटिस जारी किया जाए। ग्रामीण क्षेत्र में वृक्षारोपण और जल संरक्षण के अधिक से अधिक कार्य हाथ में लेने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए हैं। निरीक्षण के दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री शिवम वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री संजीव शर्मा, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग श्री बी एस गुर्जर, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व भितरवार श्री अशोक चौहान, जनपद सीईओ भितरवार श्री अशोक शर्मा, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री राजीव सिंह सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
संभागीय आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने बड़ेराभारस पहुँचकर पंचायत में किए गए वृक्षारोपण कार्य को देखा। इसके साथ ही पंचायत द्वारा निर्मित की गई गौशाला, पंचायत भवन का भी निरीक्षण किया। गाँव में किए गए वृक्षारोपण की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण के साथ-साथ जल सरंक्षण की दिशा में भी और कार्य किया जाए। संभागीय आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने पंचायत प्रतिनिधियों से यह भी आग्रह किया कि ग्रामीण क्षेत्र में बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए। गाँव में सबसे अधिक पढ़े-लिखे युवक के माध्यम से छोटे बच्चों को कोचिंग दिलाने का कार्य भी प्रारंभ किया जाए।
संभागीय आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने अमरोल हाईस्कूल पहुँचकर शाला परिसर में वृक्षारोपण किया। स्कूल में संचालित की जा रही कक्षाओं में पहुँचकर बच्चों से चर्चा की। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान की भी शिक्षा दी जाए। संस्था के प्राचार्य को निर्देशित किया गया कि मध्यान्ह भोजन के तहत शासन द्वारा जो साप्ताहिक भोजन निर्धारित किया गया है वही बच्चों को दिलाया जाए। पोषण आहार की गुणवत्ता के साथ-साथ सभी बच्चों को पर्याप्त मात्रा उपलब्ध हो, यह भी सुनिश्चित किया जाए।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने प्राचार्य को निर्देशित किया कि स्कूल के सभी कक्षों में बच्चों के लिए पंखे अनिवार्यत: लगाए जाएं। इसके साथ ही स्कूल परिसर को हरा-भरा बनाने हेतु अधिक से अधिक वृक्षारोपण कराया जाए । मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता का नियमित परीक्षण कर व्यवस्थित किया जाए। शाला में सभी पात्र छात्र-छात्राओं को साइकिल एवं गणवेश का वितरण हो यह सुनिश्चित किया जाए। नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण भी समय पर हो, यह सुनिश्चित किया जाए।
संभाग आयुक्त एवं कलेक्टर ने इसके बाद अमरोल हाईस्कूल का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्कूल के प्राचार्य श्री दिलीप सिंह कुशवाह द्वारा स्कूल परिसर में किए गए वृक्षारोपण की संभाग आयुक्त ने प्रशंसा की। परिसर में 500 से अधिक पौधों का रोपण कर उसकी देखभाल व्यवस्थित रूप से की जा रही है। स्कूल की बाउण्ड्रीवॉल बनाने के संबंध में भी अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
अमरोल में कमिश्नर और कलेक्टर ने ग्रामीणों से की चर्चा
संभागीय आयुक्त श्री बी एम शर्मा एवं कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने भ्रमण के दौरान अमरोल हाईस्कूल में चौपाल लगाकर ग्रामीणों से चर्चा की। चर्चा के दौरान ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और उनके निराकरण के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने ग्रामीणों से पूछा कि किसी का नामांतरण, सीमांकन अथवा बटवारे का प्रकरण लंबित तो नहीं है। एक ग्रामीण द्वारा नामांतरण का प्रकरण लंबित होने की जानकारी मिलने पर संबंधित तहसीलदार को निर्देशित किया गया कि तीन दिन के अंदर नामांतरण प्रकरण का निराकरण सुनिश्चित करें। संभाग आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने राजस्व अधिकारियों से कहा है कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण में अकारण विलम्ब नहीं होना चाहिए। राजस्व प्रकरणों का निराकरण अधिकारी तत्परता के साथ निर्धारित समय-सीमा में करना सुनिश्चित करें।
संभागीय आयुक्त एवं कलेक्टर ने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे अपने ग्राम में वृक्षारोपण और जल संरक्षण के कार्यों को अधिक से अधिक हाथ में लें। इसके साथ ही कृषि कार्य के साथ-साथ अपने और अपने परिवार की आय बढ़ाने के लिए पशुपालन, मछली पालन और फलोद्यान को अधिक से अधिक अपनाएं। इसके साथ ही आधुनिक खेती की ओर भी किसान जाएं, ताकि उनकी आय बढ़ सके। स्कूल में शिक्षकों की कमी को शीघ्र दूर करने के निर्देश भी जिला शिक्षा अधिकारी कोदिए गए।