तन मन देश-प्रदेश की तरक्की हेतु योग आवश्यक- मंत्री श्री राजपूत
सागर:- तन मन देश-प्रदेश की तरक्की हेतु योग आवश्यक उक्त विचार पांचवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर स्थानीय खेल परिसर मैदान पर जिला प्रशासन के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए। इस अवसर पर वरिष्ठ योग गुरू श्री विष्णु आर्य, श्री रामनारायण यादव, श्री जगदीश चढ़ार, सागर संभाग कमिश्नर श्री आनंद कुमार शर्मा, कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक, नोडल अधिकारी नगर निगम आयुक्त श्री अनुराग वर्मा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री चन्द्रशेखर शुक्ला एवं जिला शिक्षा अधिकारी डा. महेन्द्र प्रताप तिवारी, डिप्टी कलेक्टर श्री आदित्य शर्मा, श्री कमलेश बघेल, श्री सुरेन्द्र सुहाने सहित अधिकारी/कर्मचारी, एनजीओ संस्थान सहित शिक्षा विभाग के प्राचार्य, शिक्षक छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
योग दिवस के अवसर पर परिवहन एवं राजस्व मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने कहा कि योग करने से न केवल शरीर बल्कि मस्तिष्क भी स्वस्थ्य होता है। उन्होंने कहा कि हमें अपने 24 घंटे में से 1 घंटा अपने शरीर के लिए निकालना चाहिए जिससे हम लोगों को अस्पताल की तरफ नहीं जाना पड़ेगा। इस दौरान उन्होंने अपनी जापान यात्रा के कई संस्मरण सुनाए। श्री राजपूत ने कहा कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार योग की दिशा में अनेक कार्य कर रही है। आने वाले दिनांे में स्कूल कॉलेजों में योग का अलग से कालखंड निर्धारित किया जाएगा। उन्होंने जिला प्रशासन की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा कि इतना बड़ा आयोजन दो दिवस के अंदर ही सफलता पूर्वक संपन्न होने जा रहा है। उन्होंने इस कार्यक्रम में शिक्षा विभाग की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि शिक्षा विभाग के कारण आज हम और हमारा प्रशासन प्रत्येक कार्यक्रम को सफल बना देता है। उन्होंने मैदान पर लगभग 5 हजार से अधिक सहभागियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अब लग रहा है कि अब मेरा सागर पूर्ण स्वस्थ्य रहेगा।
मंत्री श्री राजपूत ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर नागरिकों और विशेष रूप से युवाओं से आग्रह किया है कि वे योग को अपनायें। योग से न्याय और धर्म का साथ देने की प्रेरणा मिलती है। दया, करूणा, मैत्री और शांति जैसे मूल्य प्रखर होते हैं। यह अवस्था हर मनुष्य के लिये अनिवार्य है, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या समुदाय का हो अथवा विश्व के किसी भी कोने में रहता हो। उन्होंने कहा कि योग सिर्फ एक दिन का काम नहीं है। इसे दिनचर्या में शामिल करना होगा। उन्होंने कहा कि हर धर्म में योग है।
कार्यक्रम के शुरूआत में मुख्यातिथिद्वय द्वारा शिक्षा की देवी सरस्वती एवं स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए दीप प्रज्जवलित किया गया। तत्पश्चात वरिष्ठ योग गुरूओं द्वारा विभिन्न योग क्रियाओं के माध्यम से योग कराया गया। कार्यक्रम का संचालन डा. नीलेश चौबे ने किया जबकि आभार नगर निगम आयुक्त श्री अनुराग वर्मा ने माना।
इस दौरान उपस्थितजनों द्वारा सामूहिक रुप से भद्रासन, वज्रासन, अर्द्ध उत्तरासन, उष्ट्रासन, शशकासन, उत्तानमाण्डूकआसन, मरीच्यासन, लेटकर किये जाने वाले आसन मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, सेतुबंधासन, उत्तानपादसन, अर्द्धहलासन, पवनमुक्तासन एवं अंत में शवासन योग निद्रा किये गये।
इसके बाद प्राणायाम के अंर्तगत कपालभाती प्राणायाम, नारीशोधन अथवा अनुलोम-विलोम और शीतली प्राणायाम, भ्रामरी (1 और 2) प्राणायाम किये गये। तत्पश्चात् शांभवी मुद्रा में ध्यान किया गया।
कार्यक्रम के लिए प्रातः काल से ही शहर के चारों कोनों से छात्र-छात्राएं, शिक्षक-शिक्षिकाएं, अधिकारी/कर्मचारी एवं गणमान्य नागरिक खेल मैदान की तरफ बड़े उत्साह से जाते हुए दिखाई दे रहे थे और 6.30 बजे तक पूरा खेल परिसर योगा करने वाले प्रतिभागियों से भर गया।
योग प्रदर्शन में स्कूल, कॉलेज एवं विश्वविद्यालयों के छात्रों के अलावा योग संस्थान, एनसीसी, एनएसएस, पुलिसकर्मी, शासकीय सेवक, जनप्रतिनिधियों तथा आम नागरिकों के साथ-साथ ब्रम्हकुमारी आश्रम सागर की समस्त दीदियां उपस्थित थी।
परिवहन एवं राजस्व मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत योग दिवस कार्यक्रम के पश्चात खेल परिसर स्थित जिम का निरीक्षण कर खेल अधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। श्री सिंह ने जिम में लगी मशीनों के माध्यम से शारीरिक गतिविधियां भी की।