
निपाह वायरस से सावधानी हेतु अलर्ट
ग्वालियर:- निपाह वायरस से सतर्कता हेतु मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस. के. वर्मा ने ग्वालियर जिले की सभी स्वास्थ्य संस्थाओं को वायरस से बचाव के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं। उन्होंने सिविल सर्जन ग्वालियर तथा सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि उनके अधीन सभी स्वास्थ्य संस्था प्रभारियों को आदेशित करें कि उनकी संस्था में कोई मरीज जिसमें निपाह वायरस के लक्षण या मिलते-जुलते लक्षण पाए जाएं तो उसे तत्काल जिला चिकित्सालय मुरार में तथा जेएएच अस्पताल को रेफर करें एवं उसका सम्पूर्ण रिकॉर्ड भी रखें।
यह निर्देश उन्होंने सभी नर्सिंग होम संचालकों को भी दिए कि अगर उनके यहाँ उक्त लक्षणों वाले कोई मरीज आते हैं तो उसको तत्काल जिला चिकित्सालय मुरार में तथा जेएएच अस्पताल के लिए रेफर करें तथा उसकी जानकारी सीएमएचओ कार्यालय को भेजें। इस संबंध में जानकारी आशा कार्यकर्ताओं, एएनएम, एमपीडब्ल्यू तथा क्षेत्र के मेडीकल एवं पेरामेडीकल स्टाफ को दे दी गई है िक कहीं भी इस तरह के लक्षण वाला रोगी पाया जाता है तो उसकी सूचना तत्काल अपने वरिष्ठ अधिकारी को दें।
निपाह वायरस एक घातक वायरल बीमारी है। चमगादड़ इस बीमारी का नेचरल रिर्जव्वायर है। इस बीमारी से चमगादड़ की मृत्यु नहीं होती है। बीमारी का संक्रमण चमगादड़ द्वारा कुतरे हुए फल को सुअर द्वारा ग्रहण करने पर सुअरों को हो जाती है एवं मनुष्यों में यह बीमारी दूषित कच्ची ताड़ी पीने से एवं संक्रमित चमगादड़ और सुअर के संपर्क में आने से हो जाती है। मनुष्य से मनुष्य में संक्रमण निकट शारीरिक संपर्क से, शरीर के तरल पदार्थ से होती है। बीमारी का इन्क्यूवेशन पीरियड 4 से 21 दिनों तक रहता है।
निपाह वायरस के लक्षण
निपाह वायरस से संक्रमित मनुष्य को आमतौर पर तेज बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द, खाँसी, सांस लेने में तकलीफ, बेचैनी, सुस्ती, उल्टी-दस्त होना मुख्य लक्षण हैं।
निपाह वायरस से बचाव हेतु उपाय
चमगादड़ व सुअर से बचाव रखें। जो फल कीड़ों या पक्षी द्वारा कुतरे हुए हों, ऐसे फलों का सेवन न करें। ताड़ी का सेवन न करें, अच्छी तरह धोकर फलों का सेवन करें। लम्बे समय से उपेक्षित कुँओं में प्रवेश न करें। बड़ी चमगादड़ों एवं सुअरों के संपर्क से बचें। संभावित निपाह वायरस बीमारी के रोगी से दूर रहें, उससे संपर्क न करें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस. के. वर्मा ने आमजन से अपील की है कि अगर किसी को उक्त लक्षण में से कोई लक्षण दिखाई दे तो तत्काल शासकीय संस्था में चिकित्सक को अवश्य दिखाएं।