अनुपस्थित अधिकारियों की दो-दो वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश
ग्वालियर:- संभागीय आयुक्त श्री महेशचंद चौधरी ने संभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कोई भी अधिकारी 2 अप्रैल को मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। यदि विशेष परिस्थितियों में जाना आवश्यक हो तो पूर्व अनुमति लेकर ही जाएं। यह निर्देश उन्होंने मोतीमहल के मानसभगार में आयोजित अंतरविभागीय समन्वय समिति की बैठक में दिए। बैठक में जो संभागीय अधिकारी अनुपस्थित थे। उनकी दो – दो वेतन वृद्धि रोकने के लिए नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए।
संभागीय कमिश्नर श्री महेशचंद चौधरी ने समर्थन मूल्य पर गेहूँ, सरसों एवं चना खरीदी की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि संभाग में खरीदी केन्द्रों पर तत्काल खरीदी प्रारंभ की जाए। अन्यथा उत्तरदायित्व निर्धारित कर खरीदी में विलम्ब के लिए दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जायेगी। इस कार्य में मैदानी अधिकारियों को लगाया जाए। साथ ही तौल कांटा, छाया, पानी, शौचालय आदि की समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि मंडियों में बैठकें की जाएं और मंडियों में समर्थन मूल्य के अनाज की खरीदी की जाए। किसानों को बोनस मंडियों में भी मिलेगा। कमिश्नर ने निर्देश दिए कि मंडी एवं खरीदी केन्द्रों पर सुविधाएं अच्छी हों, समय से तौल हो, किसानों को पैसा समय से मिले तथा अन्य आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। बैठक में नागरिक आपूर्ति निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री अश्विनी रावत ने बताया कि खरीदी केन्द्रों का निर्धारण हो चुका है एवं बारदाना भी भेज रहे हैं। श्री चौधरी ने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि 70 प्रतिशत बारदाना माह अप्रैल में पहुँच जाए एवं बारदाने की नियमित आपूर्ति बनी रहे।
जननी सुरक्षा के संबंध में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इसके भुगतान में कोई समस्या न रहे। आयुर्वेदिक कॉलेज के लेबर रूम का लोगों को लाभ मिले। इसलिए उसे शुरू करवाया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि दतिया जिले के रतनगढ़ में आगामी दिनों में मेला आयोजित होगा। जिसके लिए होमगार्ड से बचाव दल भेजा जाए। इसी प्रकार उन्होंने सीएम हैल्पलाइन के प्रकरणों का निराकरण करने एवं पेंशन प्रकरणों को प्राथमिकता से निराकृत करने के सभी अधिकारियों को निर्देश दिए। निर्वाचन के दृष्टिगत उन्होंने निर्देश दिए कि स्कूलों में विद्युत, पानी, सफाई, रैम्प एवं शौचालय की समुचित व्यवस्था रहे।