सरकार की नीतियों का केन्द्र बिन्दु प्रदेश का किसान – मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ
राजगढ़:- मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने कहा है कि मध्यप्रदेश की सत्तर प्रतिशत आबादी परोक्ष-अपरोक्ष रूप से कृषि पर निर्भर है। गाँव में किराना दुकान चलाने वाले से लेकर ट्रेक्टर सुधारने वाले व्यक्तियों को कृषि क्षेत्र से ही रोजगार मिलता है। ऐसे में किसान की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए जरूरी है कि उसकी बढ़ी हुई उपज की सही कीमत मिल सके। यह सरकार की पहली प्राथमिकता है। वे आज राजगढ़ में जय किसान फसल ऋण माफी योजना के अवसर पर आयोजित किसान सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे सामने उत्पादन की अधिकता बड़ी चुनौती है। इस बढ़े हुए उत्पादन का उपयोग हम किसानों की आय बढ़ाने के लिये करें, यह भी हमारे सामने बड़ी चुनौती है।
मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने कहा कि 65 दिन में सरकार ने वचन-पत्र के रूप में किये वचनों को पूरा करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठायें हैं, किसानों का कर्ज माफ किया गया है, बिजली का बिल आधा किया गया है। अगले चार दिनों में 25 लाख किसानों का ऋण माफ कर दिया जायेगा। शेष किसानों के ऋण माफ करने की प्रक्रिया जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पढ़े-लिखे नौजवानों को रोजगार के अवसर मिल सकें, इसके लिये सरकार विशेष रूप से चिंतित है। नौजवानों को रोजगार के अवसर मुहैय्या कराने के लिये स्किल डवलपमैंट का काम शुरू किया गया है। प्रदेश में औद्यौगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिये निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं, इससे रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे। सरकार प्रदेश की जनता के विश्वास पर खरा उतरने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसके पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमनलाथ ने कुण्डालिया, मोहनपुरा समूह जल प्रदाय योजना व मोहनपुरा तट प्रेसराईज्ड सिंचाई परियोजना का भूमिपूजन एवं शिलान्यास तथा खुजनेर के 132 के.व्ही. विद्युत उपकेन्द्र का लोकार्पण किया।
कार्यक्रम को जिले के प्रभारी मंत्री और नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह, ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह तथा कृषि मंत्री श्री सचिन यादव ने भी सम्बोधित किया।
मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने आज प्रतीक स्वरूप नलखेड़ा निवासी श्री प्रेम सिंह को 61 हजार रूपये, खारपुरम निवासी धुल जी को 1.27 लाख रूपये, कालीपीठ निवासी कल्याण सिंह को 73 हजार रूपये, लसुड़ली निवासी गणपत को 51 हजार रूपये, लसुलड़ी निवासी निवासी हरचंद्र धाकड़ को 39 हजार रूपये, चांदपुरा निवासी दुलीचंद्र को 78 हजार रूपये, सेमलाबे निवासी प्रेमसिंह को 30 हजार रूपये, बखेड़ निवासी माधो सिंह को 1.28 लाख रूपये, टुनी निवासी भारत सिंह को 43 हजार रूपये, सलेपार निवासी सरजन सिंह को 41 हजार रूपये, गिंदोर हाट निवासी जगदीश को 41 हजार रूपये तथा बिसो निवासी फतेह कंुवर को 34 हजार के ऋण माफी प्रमाण-पत्र प्रदान किये। इन सभी ने सहकारी बैंक से ऋण लिया था। इसी प्रकार फुलेखेड़ी निवासी जगदीश शर्मा को 44 हजार रूपये, कालीतलाई निवासी प्रभुलाल को 20 हजार रूपये, भदापुरा निवासी श्रीमती गीता बाई को 48 हजार रूपये, करेड़ी निवासी नारायण सिंह को 49 हजार रूपये तथा बराखेडा़़ निवासी धीरप सिंह को 45 हजार रूपये के ऋण माफी प्रमाण पत्र सौंपे गये। इन सभी ने विभिन्न राष्ट्रीयकृत बैंकों से फसल ऋण लिये थे। जिले में अब तक 144 करोड़ से अधिक राशि जय किसान फसल ऋण माफी योजना में स्वीकृत की जा चुकी है।