राज्य वित्त आयोग ने की नगरीय निकायों की समीक्षा
ग्वालियर:- राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष श्री हिम्मत कोठारी ने कहा है कि नगरीय निकायों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में कार्य करना चाहिए। आम जनों को नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराने में नगरीय निकायों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। श्री हिम्मत कोठारी ने यह बात शुक्रवार को मोतीमहल के मानसभागार में राज्य वित्त आयोग की समीक्षा बैठक में कही। सत्ता के विकेन्द्रीकरण के पश्चात नगरीय निकायों और पंचायतों को अधिकार सम्पन्न बनाया है। यह दोनों की संस्थाएं आम जनों को मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करते हैं। उन्होंने कहा कि इन संस्थाओं को आर्थिक रूप से मजबूत होना जरूरी है। श्री हिम्मत कोठारी ने कहा कि नगरीय निकायों को अपने करों की वसूली को प्रभावी बनाना होगा। तभी वे आर्थिक रूप से सम्पन्न हो सकेंगे।
राज्य वित्त आयोग के सदस्य श्री के एम आचार्य ने राज्य वित्त आयोग की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा सभी नगरीय निकायों से वित्तीय जानकारी एवं सुझाव आमंत्रित किए गए हैं। जिन नगरीय निकायों द्वारा अपने सुझाव एवं जानकारी प्रस्तुत नहीं की गई है, वे 5 मार्च 2019 तक अनिवार्यत: अपनी जानकारी और प्रस्ताव भेजें, ताकि आयोग की रिपोर्ट में उनका समावेश किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि नगरीय निकायों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए अपने बकाया करों की वसूली प्रभावी रूप से करना चाहिए। श्री के एम आचार्य ने यह भी कहा कि सभी नगरीय निकायों को केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के कार्यालयों से भी जो राशि कर के रूप में लेना है, उसके लिए विशेष प्रयास करना चाहिए।
महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने बैठक में कहा कि आम लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है। लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए नगरीय निकायों को आर्थिक रूप से मजबूत बनना होगा। श्री शेजवलकर ने कहा कि देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा मध्यप्रदेश में नगरीय निकायों को कई अधिकार प्रदान किए हैं। उन्होंने कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों में नगरीय निकायों को अलग-अलग अधिकार प्रदान हैं। सम्पूर्ण देश में एक प्रकार के अधिकार सभी नगरीय निकायों को मिले, इसकी भी नितांत आवश्यकता है। अखिल भारतीय महापौर परिषद के अध्यक्ष होने के नाते मेरे द्वारा इस संबंध में आवश्यक सुझाव भी दिए गए हैं।