फर्जी ऋण निकालने वालों के खिलाफ एफआईआर कराने में देरी बर्दाश्त नहीं होगी:- कलेक्टर
ग्वालियर:- किसानों के नाम से फर्जी ऋण निकालने एवं जय किसान फसल ऋण माफी योजना में गड़बड़ी के संबंध में आई शिकायतों की तत्परता से जाँच मुकम्मल करें। साथ ही दोषी पाई गईं समितियों के प्रबंधकों व शासकीय सेवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएं। इस काम में कदापि देरी न हो। यदि इसमें ढ़िलाई पाई गई तो उपायुक्त सहकारिता और जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के महाप्रबंधक को भी जवाबदेह माना जायेगा। यह बात कलेक्टर श्री भरत यादव ने जय किसान फसल ऋण माफी योजना की समीक्षा के दौरान कही।
कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में कलेक्टर श्री यादव ने निर्देश दिए कि शिकायतें प्राप्त करने के लिए जिले में स्थापित कंट्रोल रूम में दर्ज कराई गईं शिकायतों के निराकरण पर संबंधित एसडीएम भी व्यक्तिगत रूप से नजर रखें। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक ने आश्वस्त किया है कि फर्जी ऋण संबंधी शिकायतों मे एफआईआर दर्ज करने में पुलिस का पूर्ण सहयोग मिलेगा। बैठक में बताया गया कि उपायुक्त सहकारिता के कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम (0751-2420690) में गत दिवस तक प्राप्त हुईं 94 शिकायतों में से 52 की जाँच रिपोर्ट प्राप्त हो गई है और चार शिकायतों का फायनल निराकरण किया जा चुका है।
बैठक में कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि जय किसान फसल ऋण माफी योजना के तहत भरे जा रहे सभी तरह के फार्म की एंट्री का काम भी जल्द से जल्द पूर्ण करें। योजना के तहत सभी काम निर्धारित कैलेण्डर के अनुसार पूरे किए जाएं। इसमें जरा सी भी ढ़िलाई बर्दाश्त नहीं होगी।