जिले में 20 नई बड़ी गौशालाएं स्थापित होंगीं – कलेक्टर
ग्वालियर:- बेसहारा गौवंश के प्रबंधन की कार्ययोजना पर ग्वालियर जिले में प्रभावी ढंग से अमल किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों के परिपालन में सड़कों व खेतों में बेसहारा घूमने वाली लगभग साढ़े तीन हजार गाय एवं अन्य गौवंश को पिछले एक पखवाड़े के भीतर शहर व ग्रामीण क्षेत्र की विभिन्न गौशालाओं व चिन्हित स्थलों पर रखा जा चुका है। इस आशय की जानकारी कलेक्टर श्री भरत यादव की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिला गौपालन एवं पशु संवर्धन समिति की बैठक में दी गई। बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री विनोद शर्मा भी मौजूद थे।
सोमवार को यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में कलेक्टर श्री यादव ने कहा कि ग्वालियर जिले के ग्रामीण अंचल में आगामी जुलाई माह के अंत तक 20 बड़ी गौशालाएं स्थापित की जायेंगीं। इनके लिये स्थल चयन कर लिया गया है। उन्होंने बैठक में मौजूद सामाजिक एवं स्वयंसेवी संगठनों तथा गौसेवा से जुड़े लोगों से इन गौशालाओं के संचालन में सहयोग का आहवान किया है। श्री यादव ने बताया कि राज्य सरकार ने फिलहाल हर विकासखण्ड में कम से कम 100 गाय की क्षमता वाली तीन गौशालाएं स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। इस प्रकार ग्वालियर जिले में 12 गौशालाएं स्थापित की जानी थी। मगर जिले में 500 गाय की क्षमता वाली 20 गौशालाएं स्थापित करने के लिये स्थल चयन कर लिया गया है। साथ ही गौशाला स्थापित करने का काम भी शुरू कर दिया गया है।
नगर निगम आयुक्त श्री विनोद शर्मा ने जानकारी दी कि गोले के मंदिर के समीप मार्क हॉस्पिटल वाली जमीन पर तात्कालिक रूप से गायों को रखने का काम शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा नगर निगम द्वारा यहाँ गायों के लिए पानी इत्यादि का प्रबंध किया जा रहा है। कलेक्टर ने अचलेश्वर न्यास एवं अन्य संगठनो से यहाँ रखी जाने वाली गायों के लिए भूसा-चारा के प्रबंध में सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा खुशी की बात है कि ग्वालियर जिले की गौवंश प्रबंधन कार्ययोजना के आधार पर प्रदेश स्तर पर कार्ययोजना तैयार हो रही है। इसलिए हम सबका दायित्व है कि गौवंश के संरक्षण के क्षेत्र में ऐसा काम करें, जो पूरे प्रदेश के लिये उदाहरण बने।
कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि लाल टिपारा गौशाला में क्षमता से अधिक गाय पहुँच चुकी हैं। इसलिए अब बेसहारा गायों को जिले की अन्य गौशालाओं में भेजें। सभी गौशालाओं की क्षमता का पूरा उपयोग सुनिश्चित करें। उन्होंने लाल टिपारा गौशाला में एक पशु चिकित्सक और एक कम्पाउण्डर की स्थायी ड्यूटी लगाने के निर्देश उपसंचालक पशुपालन को दिए।
बैठक में बताया गया कि ग्वालियर जिले में फिलहाल एबी रोड़ पर सिरसा गाँव के समीप देवनारायण मंदिर, महुआखेड़ा कृषि फार्म मोहना, नगर पालिका भितरवार, नगर पंचायत पिछोर, चाँदपुर डबरा, लखनौती, आरोन, पाटई इत्यादि जगह पर गौवंश का प्रबंधन शुरू किया गया है।