
बीएसएफ के सहायक कमाण्डेंट के 43वे बैच का दीक्षांत परेड समारोह सम्पन्न
ग्वालियर:- सीमा सुरक्षा बल अकादमी में सहायक कमाण्डेंट के 43वे बैच की दीक्षांत परेड आयोजित की गई। इस अवसर पर अकादमी के निदेशक श्री उमेशचंद्र सारंगी समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि ने सबसे पहले अजेय प्रहरी शहीद स्मारक पर पुष्प-चक्र अर्पित कर श्रृद्धांजलि दी। उन्होंने परेड ग्राउण्ड पहुँचकर परेड की सलामी भी ली। दीक्षांत परेड समारोह में कुल 14 प्रशिक्षु अधिकारियों ने देश के संविधान के प्रति एकता, अखण्डता एवं संप्रभुता को बनाए रखने के लिए अपने आप को समर्पित करने की शपथ ली। इन 14 प्रशिक्षुओं में 13 पुरूष एवं एक महिला प्रशिक्षु अधिकारी हैं।
बीएसएफ अकादमी टेकनपुर में आयोजित दीक्षांत परेड समारोह में मुख्य अतिथि श्री उमेशचंद्र सारंगी ने अपने संबोधन में सभी अधिकारियों, अनुदेशकों, प्रशिक्षुओं एवं उनके अभिभावकों को बधाई देते हुए कहा कि यहाँ से प्रशिक्षण प्राप्त अधिकारी आज पासिंग आउट होने के बाद देश की सुरक्षा में अपना अहम योगदान निभायेंगे। जिसके लिए उन्हें अकादमी में कठिन प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह गर्व का विषय है कि राष्ट्रीय सुरक्षा में समर्पित सीमा सुरक्षा बल बेहतरीन कार्य करते हुए देशवासियों की आकांक्षाओं एवं उम्मीदों पर खरा उतरा है। यह भी कहा कि देश की सर्वोत्तम अकादमियों में गिनी जाने वाली इस अकादमी ने पिछले पाँच दशकों में हजारों ऐसे युवा एवं होनहार अधिकारियों को प्रशिक्षित करके देश की सुरक्षा के लिये तैयार किया है।
अकादमी के निदेशक एवं समारोह के मुख्य अतिथि श्री यू सी सारंगी ने कहा कि हमारे युवा होनहार अधिकारी बहादुरी और मानवता की मिसाल कायम करते आ रहे हैं। ऐसे बलिदानों के लिए हम नतमस्तक रहेंगे। उन्होंने कहा अकादमी में प्रशिक्षित किए गए युवा अधिकारी अनुशासन के दायरे में रहकर निष्कपट सेवा करने के लिये सदैव प्रेरित करते रहेंगे।
बीएसएफ अकादमी टेकनपुर में सहायक कमाण्डेंट सीधी भर्ती से आए 43वे बैच को 53 सप्ताह का कठिन प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें शारीरिक प्रशिक्षण, ड्रिल, हथियार, युद्ध कौशल, निशानेबाजी, बिना हथियार लड़ने की कला, विधि व कानून, संचार, मानवाधिकार, सीमाओं पर रोजमर्रा की कार्रवाई, आपदा प्रबंधन, समाज के साथ अच्छे संबंध, मैप रीडिंग, फील्ड क्राफ्ट, फील्ड इंजीनियरिंग, आतंकवाद व उग्रवादियों से लड़ने जैसे विषयों के साथ कम्प्यूटर, तैराकी और घुड़सवारी का भी गहन प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान व्यक्तित्व विकास, चरित्र निर्माण तथा नेतृत्व क्षमता को विकसित करने पर विशेष कार्यक्रम चलाए गए। प्रशिक्षण में तीन सप्ताह का बॉर्डर टूर व एक सप्ताह का एडवेंचर टूर भी कराया गया।
पासिंग आउट परेड में प्रशिक्षु अधिकारी कु. सौम्या को ऑल राउण्ड श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए स्वार्ड ऑफ ऑनर, गौरव चामुण्डा गौतम को आउटडोर विषयों में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए गृह मंत्री ट्रॉफी प्रदान की गई। प्रशिक्षु अधिकारी कु. सौम्या को इनडोर विषयों में श्रेष्ठ प्रशिक्षु के लिए निदेशक सीमा सुरक्षा बल ट्रॉफी दी गई।
दीक्षांत परेड समारोह में संयुक्त निदेशक व महानिरीक्षक श्री पी के दुबे, कमाण्डर विशेष प्रशिक्षण श्री राजेश कुमार मिश्रा, कमाण्डर सामरिक विंग श्री रामअवतार, महानिरीक्षक चिकित्सा डॉ. एस के श्रीवास्तव व अकादमी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी के साथ ही प्रशिक्षणार्थियों के अभिभावक भी उपस्थित रहे। इस गरिमामयी कार्यक्रम का संचालन बीएसएफ पब्लिक स्कूल के प्राचार्य श्री ओ एन मिश्रा ने किया।