पढ़ाई से दूर बच्चों को राष्ट्रीय बाल श्रम योजना के तहत संचालित प्रशिक्षण केन्द्रों में भर्ती कराएं:- कलेक्टर
ग्वालियर:- जिले में 9 से 13 वर्ष आयु वर्ग के ऐसे सभी बच्चों को खोजें, जो पढ़ाई से दूर हैं। सर्वे के माध्यम से ऐसे सभी बच्चों को राष्ट्रीय बाल श्रम योजना के तहत संचालित प्रशिक्षण केन्द्रों में भर्ती कराएं, जिससे ये बच्चे मुख्य धारा में शामिल हो सकें। इस आशय के निर्देश कलेक्टर श्री भरत यादव ने जिला बाल श्रम उन्मूलन समिति की बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने पूर्व से इन प्रशिक्षण केन्द्रों के माध्यम से लाभान्वित कराए गए बच्चों का स्वतंत्र एजेन्सी से सर्वे कराने के निर्देश भी दिए।
सोमवार को यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में कलेक्टर श्री भरत यादव ने जिला बाल श्रम उन्मूलन समिति के सदस्य सचिव के रूप में अपर जिला दण्डाधिकारी श्री संदीप केरकेट्टा को अधिकृत किया। इसी तरह कामकाजी नए बच्चों को चिन्हित करने के लिए नेहरू युवा केन्द्र के जिला युवा समन्वयक को सर्वे करने की जिम्मेदारी सौंपी। इस काम में श्रम विभाग व राजस्व विभाग के अमले को सहयोग करने के निर्देश भी उन्होंने दिए।
बैठक में बताया गया कि जिले में वर्तमान में 23 बाल श्रमिक विशेष प्रशिक्षण केन्द्र संचालित हैं, जिनमें 597 बच्चे दर्ज हैं। बैठक में जानकारी दी गई कि योजना के तहत ऐसी बस्ती में प्रशिक्षण केन्द्र खोला जा सकता है, जहाँ अधिक संख्या में बच्चे निवासरत हैं।
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि बाल श्रमिक प्रशिक्षण केन्द्रों में अध्ययनरत बच्चों की लंबित छात्रवृत्ति व अनुदान जल्द से जल्द प्राप्त करने के लिये वे स्वयं पहल करेंगे। उन्होंने कहा प्रशिक्षण केन्द्र के बच्चों को जन सहयोग से यूनीफार्म भी मुहैया कराई जायेगी।