एशिया में पहली बार वह भी मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में
भोपाल:- मध्यप्रदेश को पहली बार एडवेंचर नेक्स्ट की मेजबानी का मौका मिल रहा है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर का यह ईवेंट 4 और 5 दिसम्बर को भोपाल में होगा। अंर्तराष्ट्रीय कनवेंशन सेंटर (मिंटो हॉल)में 4 दिसम्बर को इसकी शुरूआत होगी। एडवेंचर नेक्स्ट के कार्यक्रम तथा ट्रायबल म्यूजियम और बोट क्लब पर भी होंगे।
आयोजन स्थल के मुख्य हॉल को ‘राजा भोज हॉल’ मार्केट प्लेस को ‘चौक बाजार’ और भोजन स्थल को ‘अन्नपूर्णा’ नाम दिया जा रहा है। सांस्कृतिक कार्यक्रम में भरत् नाट्यम, मोहिनी अट्टनम, आदिवासी लोकनृत्य आदि होंगे। एडवेंचर नेक्स्ट में बायर्स, अंर्तराष्ट्रीय मीडिया से जुड़े प्रतिनिधि, सेलर्स, एडवेंचर टूर ऑपरेटर्सएसोसिएशन के पदाधिकारी तथा होटल्स, हॉस्पिटेलिटी और टूर ऑपरेटर्स के तकरीबन 200 प्रतिनिधियों के हिस्सा लेने की संभावना है। आयोजन में मुख्य रूपसे बी-टू-बी चर्चा होगी।
एशिया में पहली बार भारत में और वह भी मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पहली बार एडवेंचर नेक्स्ट महत्वपूर्ण आयोजन किया जा रहा है। इसके पहले एडवेंचर नेक्स्ट का आयोजन ‘जॉर्डन’ में हुआ था। एडवेंचर ट्रेवल ट्रेड एसोसिएशन (एटीटीए) का मुख्य उद्देश्य एडवेंचर ट्रेवल उद्योग को उत्तरदायी तथा स्थायी विकास के लिए व्यावसायिक रूप से अधिक दक्ष बनाना है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 1990 में स्थापित एटीटीए के विश्व के 100 देशों में लगभग 1300 सदस्य हैं। एडवेंचर नेक्स्ट में पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव श्री सुमन बिल्ला, प्रदेश के प्रमुख सचिव पर्यटन तथा टूरिज्म बोर्ड के एम.डी. श्री हरि रंजन राव प्रेजेंटेशन देंगे। देश के विभिन्न राज्यों के प्रमुख सचिव/सचिव पर्यटन तथा पर्यटन बोर्ड/एडवेंचर ट्रेवल ट्रेड एसोसिएशन (एटीटीए) के अध्यक्ष श्री सेनन, पर्यटन निगम के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। एडवेंचर टूर ऑपरेटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष केप्टन स्वदेश कुमार सहित विभिन्न पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
यह एक अच्छा संयोग है कि पर्यटन मंत्रालय ने साल 2018 को एडवेंचर वर्ष के रूप में घोषित किया है। मध्यप्रदेश और उत्तराखण्ड पर्यटन को भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के बेस्ट एडवेंचर स्टेट का नेशनल अवार्ड संयुक्त रूप से प्रदान किया है। एडवेंचर नेक्स्ट को प्लास्टिक फ्री रखा जायेगा। इसमें प्लास्टिक वॉटर बॉटल का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। इसके जरिये प्लास्टिक मुक्त ईवेंट का संदेश दिया जायेगा। यह पर्यावरण की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।