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परिवहन विभाग के इतिहास में पहली बार।

परिवहन विभाग के इतिहास में पहली बार।

ग्वालियर:- मध्य प्रदेश शासन के कमाऊ पूतों में शुमार परिवहन विभाग हमेशा से ही सुर्खियों का बिषय रहा है, परन्तु इन दिनों अपनी कार गुजारियो को बरक़रार रखते हुए फिर से एक बार चर्चा का विषय बना हुआ है। शिवपुरी मामले को लेकर महकमे में कानाफूसी बड़ी जोरों के साथ प्रचलन में हैं।

गोरतलब है कि मध्यप्रदेश के परिवहन महकमे के इतिहास में पहली बार किसी प्रकरण को लेकर विभाग इतना तत्पर है कि विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी पर ही कार्यवाही करने को आतुर हो रहा है। जब कि विभाग के पास किसी प्रकार की कोई लिखित जानकारी नहीं है। केवल मोखिक रूप से जिला परिवहन कार्यालय दतिया से जानकारी चाही तो जिला परिवहन कार्यालय दतिया के पत्र कृमाक 3773/जिअप/2018 दतिया दिनांक 22/10/18 अपर परिवहन आयुक्त पृशासन मध्य प्रदेश को निवेदन किया है कि  चन्दृकात नायक सहा. बर्ग-२ दिनांक 04/10/2017 से दतिया में पदस्थ हैं, जिन पर शिवपुरी पदस्थापना के समय का कोई न्यायलयीन पृकरण दर्ज है, विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि उक्त मामले में माननीय न्यायालय द्वारा कुछ निर्णय लिया गया है। दतिया में पृकरण से संबंधित कोई लिखित दस्तावेज उपलब्ध नहीं है। शिवपुरी कार्यालय से मामले की जानकारी ली जा कर उचित कार्यवाही की जा सकती है।

काविलेगोर है कि विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी पर परिवहन विभाग के इतिहास में पहली बार किसी प्रकरण में कार्यवाही करने की कोशिश की जा रही है, अन्यथा हजारो तथ्यात्मक शिकायतो पर से धूल ही नहीं हटी। ऐसा नहीं है कि उक्त मामलों की जानकारी अधिकारियों को न हो, परन्तु सभी उक्त मामलों में बोलने की कोशिश की वजाय मुंह में गुड़ रख कर मोन हों जाते हैं।

 

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