a
Copyright Hindustan Media Diary
जहाँ गाय का कुल वहीं गोकुल, गोवंश का पालन करने वाला गोपाल :- मुख्यमंत्री-फारेस्ट रेंजरो के पदस्थापना आदेश जारी, देखें सूची?-भारतीय वन सेवा के आधिकारियों के तबादले!-अनियमितता एवं गंभीर लापरवाही के चलते 4 इंजिनियर निलंबित!-सिविल सर्जन को हटाने के लिए कलेक्टर ने लिखा स्वास्थ्य आयुक्त को पत्र!-प्रदूषण नियंत्रण के लिए परिवहन विभाग की व्यवस्था के साथ आरव्हीसीएफ सेंटर शुरू!-निगमायुक्त ने कार्य व्यवस्था के चलते कर्मचारियों/आधिकारियों के मध्य किया कार्य विभाजन!-राज्य पुलिस सेवा के आधिकारियों के तबादले!-सहायक यंत्री का एक माह का वेतन राजसात करने के लिए नोटिस जारी!-अनियमितता, लापरवाही और उदासीनता बरतने पर चिकित्सा अधिकारी निलंबित!
Homeभोपालमुझे परिणाम चाहिए:- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

मुझे परिणाम चाहिए:- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

मुझे परिणाम चाहिए:- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

भोपाल:-  मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेशवासियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के उद्देश्य से राज्य नीति आयोग कम समय में पूर्ण होने वाली योजनाएं बनाएं, नीतियां निर्धारित करे, उनका प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कर जल्द से जल्द परिणाम सामने लाएं। इस उद्देश्य से सर्वोच्च प्राथमिकता के कुछ कार्यक्रम एवं योजनाएं तय कर उनके लक्ष्य निर्धारित किए जाएं। कार्यों का प्रभाव आगामी दो वर्ष में परिलक्षित होना चाहिए – मुझे परिणाम चाहिए। मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में आयोजित मध्यप्रदेश राज्य नीति एवं योजना आयोग की तीसरी बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा। मध्यप्रदेश राज्य नीति एवं योजना आयोग के उपाध्यक्ष प्रोफेसर  सचिन चतुर्वेदी, वित्त एवं योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री  जगदीश देवड़ा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस  उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सतत विकास लक्ष्य की प्राप्ति के लिए विभागों की कार्य-योजना, रणनीति एवं समय-सीमा को स्पष्टत: प्रस्तुत किया जाए। प्रदेश में आई.एम.आर., एमएमआर, माल न्यूट्रिशन, स्टंटिंग के साथ सहकारिता आंदोलन, जल प्रबंधन, फसल विविधीकरण, महिला नीति, सतत पर्यटन और मत्स्य निर्यात की दिशा में प्रभावी कार्यक्रमों के क्रियान्वयन से लोगों की सामाजिक, आर्थिक स्थिति में सकारात्मक परिणाम दिखाई दे सकते हैं। अत: इन पर विशेष ध्यान दिया जाए। गतिविधियों के क्रियान्वयन के लिए राज्य स्तर से लेकर जन-प्रतिनिधि, दीनदयाल अंत्योदय समिति, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तक की जिम्मेदारी और समय-सीमा तय की जाए तथा मासिक आधार पर इनकी समीक्षा हो। साथ ही कहा कि प्रदेश के प्रत्येक आकांक्षी विकासखंड की जिम्मेदारी एक-एक अधिकारी को सौंपी जाए। इससे तय लक्ष्य की समय-सीमा में प्राप्ति में सहायता मिलेगी। प्रदेश में कल्याणकारी योजनाओं और अधो संरचना विकास से संबंधित गतिविधियों के थर्ड पार्टी मूल्यांकन के संबंध में भी विचार-विमर्श आवश्यक है। श्री चौहान ने कहा कि देश को आगे बढ़ाने में मध्यप्रदेश अधिक से अधिक योगदान कैसे दे सकता है, इस पर भी राज्य नीति आयोग को विचार करना होगा। सोच और कार्य के इस तरीके से ही डबल इंजन की सरकार प्रभावी रूप से कार्य कर सकेगी।

Share With:
Rate This Article

hindustanmediadiary@gmail.com

No Comments

Leave A Comment