मेलें का नहीं होगा आयोजन, रतनगढ़ माता के श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी, अब ऑनलाइन भी होंगे दर्शन।
ग्वालियर:- दीपावली की दोज 5 नवम्बर एवं 6 नवम्बर को मां रतनगढ़ मंदिर पर आने वाले श्रृद्धालुओं के लिए की जा रही व्यवस्थाओं एवं तैयारियों की संभागायुक्त आशीष सक्सैना ने आज गूगल मीट के माध्यम से समीक्षा की। साथ ही संबंधित जिलों के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। श्री सक्सैना ने कहा कि सोशल मीडिया सहित अन्य प्रचार-प्रसार माध्यमों से लोगों को जानकारी दी जाए। रतनगढ़ माता पर पहुंचने वाले मार्ग पर सिंध नदी पर बना पुल बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त होने से उस मार्ग पर आवागमन प्रतिबंधित किया गया है। उन्होंने कहा कि श्रृद्धालुओं को बताया जाए कि मां रतनगढ़ के आनलाईन दर्शन की भी सुविधा उपलब्ध रहेगी। श्री सक्सैना ने कहा कि दर्शन के लिए आने वाले श्रृद्धालु ट्रैक्टर-ट्रॉली का उपयोग न करें। ट्रैक्टर ट्राली से सवारी ढोना पूर्णतः प्रतिबंधित किया जाए। संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि माता मंदिर मागों पर श्रृद्धालुओं के लिए पेयजल, स्वास्थ्य और वाहनों को हटाने के लिए क्रेन आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि मंदिर परिसर में सकरी जगह होने पर जगह जगह पर भीड को नियंत्रित करने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएं। इस दौरान कोविड गाईड लाईन का भी पालन कराया जाए।
कलेक्टर दतिया संजय कुमार ने बताया कि झांसी, छतरपुर, रीवा आदि स्थानों से आने वाले श्रृद्धालु दतिया होते हुए डबरा पिछोर मार्ग से मंदिर पहुंच सकेंगें, वहीं ग्वालियर मुरैना आदि स्थानों से आने वाले लोग बेहट मार्ग से और जालौन, इटावा से आने वाले लोग भिण्ड लहार से होते हुए खमरौली होकर पहुंच सकेंगे। उन्होंने बताया कि 5 नवम्बर की रात्रि 12 बजे से ही श्रृद्धालुओं का आना शुरू हो जायेगा। स्थानीय स्तर पर एवं समीपवर्ती जिलों में प्रचार-प्रसार कर लोगों को बताया गया है कि कोविड के कारण इस बार भी मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है। दर्शन करने आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को कोविड-19 की गाईड लाईन का पालन करना होगा।