संभागीय आयुक्त ने दिए सभी कलेक्टरों को निर्देश, कोविड-19 अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरण शीघ्र निराकरण करें।
ग्वालियर:- कोविड अनुकम्पा नियुक्ति योजना के प्रकरणों का जल्द से जल्द निराकरण करें, जिससे कोरोना संक्रमण की वजह से जान गवाने वाले शासकीय सेवकों के निकट परिजन को राज्य शासन के निर्देशों के तहत सरकारी नौकरी दी जा सके। यह निर्देश संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना ने गूगल मीट के जरिए ग्वालियर एवं चंबल संभाग के सभी जिला कलेक्टर को दिए। गूगल मीट में संभाग आयुक्त श्री सक्सेना ने कोविड अनुकूल व्यवहार पालन के लिए व्यापक जन जागरूकता कार्यक्रम चलाने पर भी विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कोरोना महामारी की तीसरी लहर रोकने के लिये राज्य शासन के दिशा-निर्देशों के तहत सुपर स्प्रेडर की पहचान और उनकी कोरोना जाँच व वैक्सीनेशन का काम अभियान बतौर किया जाए। उन्होंने कहा हर 50 घर के ऊपर नियुक्त किए गए व्यक्ति के माध्यम से सम्पूर्ण आबादी में से सुपर स्प्रेडर की पहचान कराएं और जल्द से जल्द उनकी कोरोना जाँच भी करा दी जाए। सब्जी-भाजी बेचने वाले, सैलून दुकान के कर्मचारी, मंडी कर्मचारी, वाहन चालक व परिचालक, ऑटो-टेम्पो चालक इत्यादि सुपर स्प्रेडर हो सकते हैं।
संभाग आयुक्त ने कोविड अनुकूल व्यवहार पालन में सर्वश्रेष्ठ काम करने वाले दुकानदारों को साप्ताहिक रूप से सम्मानित करने और सभी बाजारों में कोविड गाइडलाइन का पालन कराने पर भी विशेष बल दिया। साथ ही सभी जिला कलेक्टर से चर्चा कर एंटी माफिया अभियान को तेज करने को कहा। साथ ही अंकुर अभियान के तहत अधिकाधिक लोगों का वायुदूत एप पर पंजीयन कराकर वृक्षारोपण कराने के निर्देश भी दिए।
ग्वालियर जिले में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिये एहतियात बतौर तमाम इंतजाम किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में कलेक्टर कौशलेन्द विक्रम सिंह की पहल पर लगभग 2 हजार ऐसे व्यक्तियों का डाटाबेस तैयार किया जा रहा है, जो जरूरत पड़ने पर वॉर्ड ब्वॉय, स्वच्छता, हाउस कीपिंग इत्यादि का काम कर सकें। ऐसे लोगों को चिन्हित करने का काम जारी है। इन सभी को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने गूगल मीट में निर्देश दिए कि टीकाकरण केन्द्रों पर लोगों को कतार न लगाना पड़े, इसके लिये टोकन सिस्टम लागू करें, जिससे लोग अपनी बारी आने पर बगैर लाईन में लगे टीके लगवा सकें।