सड़क दुघर्टनाओं में कमी लाने के लिए, स्पीड राडार कैमरों से लगेगा गति पर ब्रेक:- श्रीमती जयति सिंह
ग्वालियर:- ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम(आईटीएमएस) परियोजना के अंतर्गत शहर के व्यस्त मार्गो व चौराहो पर यातायात को सुगम बनाने के लिये आधुनिक तकनीक से सुधार किये जा रहे है। जिसका असर अब आमजन पर दिखाई दे रहा है, शहर के चौराहो पर वाहन चालको द्वारा यातायात नियमो का पालन करने को लेकर जागरुकता बढी है। वर्तमान में इस परियोजना के अंतर्गत शहर के 27 चौराहो पर आईटीएमएस सिस्टम का कार्य पूर्ण हो चुका है। वही तेज गति से वाहन चलाने वालों के कारण सड़क दुर्घटनाओ में कमी लाने के उद्देश्य से शहर के 15 प्रमुख मार्गो पर स्पीड राडार कैमरे भी लगाये गये है। स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती जयति सिंह नें जानकारी देते हुये बताया कि ग्वालियर स्मार्ट सिटी का मुख्य उद्देश्य आम नागरिक के जीवन को सुगम बनाना है। इसी का एक भाग आईटीएमएस परियोजना भी है। इस परियोजना के तहत शहर के चिन्हित चौराहो पर विश्व स्तरीय आधुनिक तकनीक वाले सिग्नल और कैमरे लगाये गये है। श्रीमती सिंह ने बताया कि ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा ग्वालियर यातायात से सम्बंधित बिंदुओं पर कराये गये एक विश्लेषण के आधार पर चिन्हित मार्गों पर स्पीड डिटेक्शन प्रणाली स्थापित की गई है जहाँ पर तेज़ गति के कारण दुर्घटनाओं की सम्भावना बनी रहती है। वाहनों के निर्धारित गति सीमा में चलने से यहाँ होने वाली दुर्घटनाओं की संख्या कम करने के उदेश्य से चिन्हित 15 प्रमुख मार्गो पर स्पीड राडार कैमरा प्रणाली को लगाया गया है जो की इस प्रणाली का ही एक घटक है। श्रीमती सिंह ने बताया कि आईटीएमएस परियोजना के तहत यातायात संचालन और मोनिटरिंग से शहर के मुख्य चौराहो पर ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु होने में काफी मदद मिली है और आमजन भी यातायात नियमो को लेकर काफी सजग हुये है।
आईटीएमएस परियोजना के तहत 15 प्रमुख मार्गो पर अत्याधुनिक सिग्नल के साथ साथ स्पीड रेडार कैमरो को भी लगाया गया है। जिनमें कृषि विश्वविधालय के सामने, रेसकोर्स रोड, शिवपुरी लिंक रोड, गोले का मंदिर, बिग्रेडियर रोड(महाराष्ट्र बैंक के सामने), वीसी बंगला, अलकापुरी, तानसेन तिराहा, चंद्रवनी नाका, डीडी नगर गेट 2, होटल क्लर्क इन के पास, गंगा मालनपुर, जेसी मिल्स रोड बिरला नगर, सिमको तिराहा, सचिन तेंडुलकर मार्ग है। आरएलवीडी कैमरा – रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन(आरएलवीडी) ओवरव्यू कैमरे लाल बत्ती(रेड लाइड) जंप करने वाले वाहनों को ट्रेस करने के लिये ।
एएनपीआर कैमरे – ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्नीशन(एएनपीआर) कैमरे किसी भी वाहन की नंबर प्लेट को आसानी से रीड करने के लिये।
वीडीएस वायलेशन डिटेक्शन सिस्टम – इस सिस्टम के द्वारा उल्लंघन करने वाले वाहनों को डिटेक्ट कर आगामी कार्यवाही की जाती है। इस प्रणाली के द्वारा रेड लाइट उल्लंघन, नो हेलमेट आदि नियम उल्लंघनों को पकड़ा जा सकता है।
एटीसीएस (अडैप्टिव ट्रैफ़िक कंट्रोल सिस्टम) – इस तकनीक से यातायात की रियल टाइम स्थिति के अनुसार ट्रैफ़िक को कंट्रोल किया जा सकता है । इस प्रणाली के अंतर्गत दिन के पीक तथा नॉन पीक समय के मुताबिक़ रेड लाइट के संचालन को सेट भी किया जा सकता है। घण्टों के हिसाब से ट्रैफ़िक फ़्लो भी इस तकनीक की सहायता से सेट करना सम्भव है। इस तकनीक में आधुनिक राडार प्रणाली का उपयोग किया जाता है, जो ट्रैफ़िक का आँकलन करने में सक्षम है।स्पीड वायलेशन ट्रैकिंग सिस्टम, शहर के 15 ऐसे चिन्हित स्थानों पर जहां निर्धारित गति से तेज़ वाहन चलाये जा रहे हैं, वाहन स्पीड डिटेक्शन सिस्टम लगाये गए हैं। इन ख़ास तौर पर स्थापित सिस्टम के तीन प्रमुख भाग हैं :
एएनपीआर कैमरा : नम्बर प्लेट पढ़ने हेतु
राडार : गति सीमा का उल्लंघन जानने हेतु
लेज़र : वाहन की श्रेणी तथा कुल वाहन संख्या के आँकलन हेतु