सेवा भावना और होंसले को सलाम, फ्लौरेन्स नाइटिंगेल ‘लेडी विद द लैंप’ की याद ताजा की।
ग्वालियर:- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड-19 जैसी विकट महामारी में आप अपनी जान की परवाह किए बगैर दिन-रात मरीजों की सेवा सम्पर्ण एवं पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ कर रहे हैं। इससे बड़ा कोई धर्म नहीं है। मैं प्रदेश की 8 करोड़ जनता की ओर से आपकी सेवा भावना और हौसले को सलाम करता हूँ। इस संकट के समय में हमारा सबसे बड़ा संबल आप हैं। आप दूसरों की सेवा के साथ स्वयं का भी ध्यान रखें।
मुख्यमंत्री ने आज अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एवं वेबकास्टिंग के माध्यम से प्रदेश के नर्सिंग स्टाफ को संबोधित किया। वी.सी. में स्वास्थ्य आयुक्त आकाश त्रिपाठी उपस्थित थे।
फ्लौरेन्स नाइटिंगेल ‘लेडी विद द लैंप’ को किया याद
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि फ्लौरेन्स नाइटिंगेल ‘लेडी विद द लैंप’ ने आज से 200 साल पूर्व नर्सिंग की महान परंपरा की शुरुआत की। वे युद्ध के दौरान लालटेन लेकर एक-एक घायल सैनिक को ढूंढकर उनका इलाज करती थीं। उनके जन्मदिवस पर अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस मनाया जाता है। आज हम सब उनको प्रणाम करते हैं। श्री चौहान ने प्रदेश की नर्सों के कार्य की सराहना करते हुए कि आपका निरंतर जान हथेली पर रखकर मरीजों की सेवा का कार्य वंदनीय है। उन्होंने भोपाल की नर्स सरोज यादव, विदिशा की नर्स सुनीता तिवारी, आगर-मालवा की नर्स अर्चना राय, टीकमगढ़ की नर्स प्रफुल्लित पीटर, हमीदिया भोपाल की रजिया मंसूरी, इंदौर की नर्सिंग इंचार्ज डॉ. ज्योति शर्मा का उल्लेख करते हुए उनके कार्य की प्रशंसा की। मुरैना की 15 नर्सों का भी उल्लेख किया, जिन्होंने अपनी छुट्टियाँ रद्द कर दीं। एक ने तो अपनी शादी भी आगे बढ़ा दी। इंदौर की नर्सें गाना गाकर मरीजों का हौसला बढ़ा रही हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में वैक्सीनेशन का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। प्रदेश के लिए 5 करोड़ 29 लाख वैक्सीन के डोज का ऑर्डर दिया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए कि वैक्सीन का एक भी डोज बेकार न हो।