सौभाग्य योजना का 99 प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण
मध्यप्रदेश में सौभाग्य योजना के लक्ष्य का लगभग 98.77 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है। राज्य के 51 जिलों में से आज की स्थितिमें 38 जिलों में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण हो गया है। शेष जिलों में भी अक्टूबर माह तक शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य है।
पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के सभी 15 जिलों में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण हो चुका है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के 16 जिलों में से 11 जिलों में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य पूर्ण कर लिया गया है। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के 20 जिलों में से 12 जिलों में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य पूर्ण हो गया है। शेष जिलों में विद्युतीकरण कार्यों में अनेक जगह वन ग्राम, मजरा-टोला, आदिवासी क्षेत्र एवं पहाड़ी क्षेत्र, नदी-नाले होने के बावजूद दोनों विद्युत वितरण कंपनी विद्युतीकरण का कार्य शीघ्र पूरा करेंगी।
सौभाग्य योजना में तीनों बिजली वितरण कंपनी को 19 लाख 81 हजार 973 घरों को विद्युतीकृत करने का लक्ष्य दिया गया है। अभी तक 19 लाख घरों को विद्युतीकृत कर दिया गया है। पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के सभी 15 जिलों में निर्धारित समय-सीमा के पूर्व शत-प्रतिशत विद्युतीकरण कर लिया गया है। ये जिले हैं- इंदौर, मंदसौर, नीमच, आगर, देवास, खंडवा, उज्जैन, रतलाम, शाजापुर, झाबुआ, धार, बुरहानपुर, खरगौन, अलीराजपुर और बड़वानी।
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के 16 जिलों में से अब तक 11 जिलों में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो गया है। ये जिले हरदा, अशोकनगर, सीहोर, भोपाल, होशंगाबाद, बैतूल, दतिया, ग्वालियर, श्योपुर, राजगढ़ और गुना हैं। शेष विदिशा, शिवपुरी, मुरैना, रायसेन और भिंड जिलों में विद्युतीकरण का कार्य तेजी से जारी है।
पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के 20 जिलों में से 12 जिलों में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का कार्य हो चुका है। इन जिलों में नरसिंहपुर, कटनी, सिवनी, जबलपुर, उमरिया, सतना, सागर, बालाघाट, रीवा, पन्ना, दमोह और टीकमगढ़ शामिल हैं। शेष छतरपुर, छिंदवाड़ा, मण्डला, अनूपपुर, शहडोल, डिंडौरी, सीधी और सिंगरौली जिलों में विद्युतीकरण जारी हैं।