उपयंत्री से लेकर कार्यपालन यंत्री स्तर के अधिकारियों को सड़क संधारण की जिम्मेदारी, लापरवाही संबंधित यंत्री की होगी।
भोपाल:- गड्ढा मुक्त सड़कों के संकल्प की पूर्ति के लिए प्रदेशभर में 2 से 9 सितम्बर तक सड़कों के निरीक्षण से लेकर संधारण के विशेष अभियान का प्रथम चरण चलाया जाएगा। अभियान में उप यंत्री से लेकर कार्यपालन यंत्री स्तर के अधिकारियों को सड़क संधारण की जिम्मेदारी दी जाएगी। सम्पूर्ण अमला एक साथ उन्हें आवंटित सड़कों का निरीक्षण करेगा। निरीक्षण, संधारण कार्य में लापरवाही पर संबंधित इंजीनियर की व्यक्तिगत जिम्मेदारी निर्धारित की जाएगी।
प्रमुख सचिव लोक निर्माण सुखवीर सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव द्वारा गड्ढा मुक्त सड़क का जो संकल्प लिया है उसकी पूर्ति के लिए यह विशेष अभियान दो चरणों में चलाया जाएगा। द्वितीय चरण 29 सितम्बर से चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिन अधिकारियों को सड़कों के निरीक्षण की जिम्मेदारी दी गई है। 2 सितम्बर से सड़कों का निरीक्षण प्रारंभ कर क्षतिग्रस्त स्थानों, जलभराव क्षेत्रों की फोटो वीडियो तैयार करेंगे। ऐसी क्षतिग्रस्त सड़कें जो परफॉरमेंस गारंटी में है उनके ठेकेदारों को 7 दिवस में संधारण कराए जाने के निर्देश दिए जाएंगे। ठेकेदार द्वारा सुधार कार्य नहीं कराया जाता है तो विभाग जोनल ठेकेदार अथवा विभागीय अमले से सड़क का संधारण करवा कर संधारण व्यय की राशि परफॉरमेंस गारण्टी राशि से समायोजित करेगा। श्री सिंह ने बताया कि जो सड़क परफॉरमेंस पीरियड से बाहर की है, का संधारण विभागीय मद से कराया जाएगा। सभी मंडल अधीक्षण यंत्रियो को भी निर्देश दिए गए है। कि वे अपने संभाग में दौरा कर सड़कों का आकस्मिक निरीक्षण करें। साथ ही राज्य स्तर से भी मुख्य अभियंता और प्रमुख अभियंता द्वारा कम से कम 10-10 सड़कों का निरीक्षण किया जायेगा।