31 अगस्त 1952 को संसद में बिल लाकर हटाया गया था काला कानून, तब से मनाया जा रहा है यह दिवस।
भोपाल:- विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्द्ध घुमक्कड़ जनजाति कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामखेलावन पटेल ने कहा है कि प्रदेश में विमुक्त जनजाति के लोगों को मुख्य धारा से जोड़े जाने के लिए सरकार द्वारा हरसंभव प्रयास किए जायेंगे। सामाजिक एवं शैक्षणिक सुधार के लिए राज्य सरकार ने विभिन्न योजनाएं चलाई हैं। उन्होंने जन प्रतिनिधियों से इन योजनाओं को जन सामान्य तक पहुंचाने के लिए सहयोग करने का आग्रह किया। राज्य मंत्री आज भोपाल में विमुक्ति दिवस पर हुए समारोह को संबोधित कर प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया। राज्य मंत्री श्री पटेल ने कहा कि योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए प्रदेश में विमुक्त घुमंतू एवं अर्द्ध घुमंतु जनजाति कल्याण विभाग का पृथक से गठन किया गया है। विगत वर्ष मुख्यमंत्री निवास पर इन वर्गों के विकास के लिए पंचायत भी आयोजित की गई थी। विमुक्त जनजाति के गौरव इतिहास का उल्लेख करते हुए राज्य मंत्री श्री पटेल ने कहा कि देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में इन वर्गों के साहसिक योगदान को दबाने के लिए ब्रिटिश सरकार ने विमुक्त जाति को आपराधिक घोषित कर दिया था। देश की आजादी के बाद 31 अगस्त 1952 में संसद में बिल लाकर इस काले कानून को हटाया गया। तब से देश में 31 अगस्त को विमुक्त जाति दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।