सीईओ स्मार्ट सिटी ने निर्माणाधीन 25 फुट ऊंची श्री राम की प्रतिमा के साथ साथ, क्षेत्रीय आर्ट एंड क्राफ्ट सेन्टर का अवलोकन किया।
ग्वालियर:- शिल्प कला के विकास और शिल्पकारों को प्रोत्साहन देने के लिए ग्वालियर स्मार्ट सिटी हर संभव सहयोग करेगी यह बात स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती नीतू माथुर ने आज ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा विकसित क्षेत्रीय आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर के अवलोकन के दौरान शिल्पियों से रुबरु होकर कही। श्रीमती माथुर ने केन्द्र के पुरे परिसर मे चल रही गतिविधियों का मुआयना किया और शिल्पियों द्वारा बनाए जा रहे शिल्प की सराहना की। सहायक निदेशक हस्तशिल्प कमलकांत राठौर द्वारा भारत सरकार द्वारा समर्थ योजना के अंतर्गत संचालित स्टोन एवं एंब्रायडरी क्राफ्ट में संचालित हस्तशिल्प प्रशिक्षण कार्यक्रम और केन्द्र में चल रही अन्य गतिविधियों के बारे मे श्रीमती माथुर को विस्तार से बताया। श्रीमती माथुर ने प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके शिल्पकारो से रुबरु होकर उनके द्वारा बनाए गए प्रोटोटाइप की सराहना की और उनके द्वारा बनाए गए उत्पाद को ई मार्केट के माध्यम से भी बिक्री की सलाह दी। श्रीमती माथुर ने क्षेत्रीय आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर में शिल्पकारो के सामान की ब्रिक्री हेतु एक सोवेनियर शॉप की रुपरेखा तैयार करने के लिए भी संबंधित अधिकारियो को निर्देशित किया। वहीं केन्द्र में निर्माणधीन श्रीराम की 25 फुट ऊंची स्टोन की प्रतिमा का भी श्रीमती माथुर द्वारा अवलोकन किया गया। इतना ही नहीं स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती नीतू माथुर ने बताया कि पत्थर शिल्प की कला में ग्वालियर का नाम प्राचीन काल से प्रसिद्ध है। स्मार्ट सिटी का प्रयास है कि अंचल में शिल्पकला को निरन्तर प्रोत्साहन मिलता रहे और अंचल के शिल्पियो द्वारा रचित शिल्प का बेहतर प्रदर्शन हो। इसके लिए शिल्पकारो को एक स्थान पर सुविधाएं मिले, इसी बात को ध्यान में रखकर क्षेत्रीय आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर तैयार किया गया है। और स्मार्ट सिटी द्वारा शिल्पियो की जरुरत को देखते हुए इस केन्द्र में सुविधाओ का विस्तार भी किया जायेगा। श्रीमती माथुर ने बताया कि इस सेंटर के विकसित होने से न केवल क्षेत्रीय स्टोन आर्ट व वुडन आर्ट के कलाकारो को नई पहचान मिल सकेगी बल्कि सेंटर पर अन्य विधा के कलाकार अपनी कला को प्रदर्शित कर सकेगे।