“क्लीन स्ट्रीट फूड हब” के रूप में बनेगी फूलबाग चौपाटी:- श्रीमती जयति सिंह
ग्वालियर:- जल्द ही ग्वालियर शहर के फूलबाग क्षेत्र में स्थित चौपाटी सुंदर स्वच्छ औऱ एक नये रुप में दिखाई देगी, क्योकि ग्वालियर स्मार्ट सिटी के द्वारा 60 दिन चैलेंज परियोजना के तहत बेहतर साफ और अत्याधुनिक सुविधायुक्त स्ट्रीट फूड हब बनाने के कार्य की शुरुआत 1 जून हो जायेगी। आज संबंधित कंपनी द्वारा निमार्ण स्थल का सर्वे करके मार्किंग का कार्य शुरु कर दिया गया है। ग्वालियर में फूलबाग क्षेत्र में चौपाटी को 60 दिन में बेहतर क्लीन स्ट्रीट फूड हब बनाने का जिम्मा ग्वालियर स्मार्ट सिटी ने लिया है। ग्वालियर स्मार्ट सिटी मिशन के तहत इस परियोजना में चौपाटी के बुनियादी ढांचे के उन्नयन के साथ स्वच्छ वातावरण और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती जयति सिंह नें जानकारी देते हुये बताया कि ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा 60 दिन के चैलेंज के तहत इस परियोजना को पूर्ण किया जायेगा। कोरोना महामारी में संबंधित निर्माण एजेंसी के अधिकारी और कर्मचारियो के कोरोना संक्रमित होने के चलते इस परियोजना की शुरुआत समय पर नही हो सकी। लेकिन अब इस परियोजना के कार्य की विधिवत शुरुआत 1 जून से की जायेगी। इस परियोजना के तहत 60 दिन मे फूलबाग स्थित स्ट्रीट फूड के रुप में चौपाटी के नाम से मशहूर जगह को आकर्षक औऱ बेहतर बनाया जायेगा, साथ ही यहाँ स्वच्छता के साथ-साथ आधुनिक औऱ बेहतर सुविधाओ को विकसित किया जायेगा ताकि यह स्थान क्लीन फूड हब के रुप में अपनी पहचान बना सके। इसका सीधा फायदा ग्वालियर के लोगों को मिलेगा। उन्हें साफ-सुधरा खाना तो मिलेगा ही, ग्वालियर को देशभर में अलग पहचान भी मिलेगी।
श्रीमती सिंह नें बताया कि स्ट्रीट फूड हब में आने वाले लोगो को कई तरह की सुविधाएं मिलेगी। जिसमे शेफ और दुकान के कर्मचारी साफ और धुले हुए कपड़ों में नजर आएंगे। वे बगैर दस्ताने पहने खाना पकाना और परोसना नहीं कर सकेंगे। दुकानों पर ग्राहकों और कर्मचारियों के लिए हैंड वॉश सुविधा भी रहेगी और पीने के लिए भी स्वच्छ पानी उपलब्ध होगा। श्रीमती सिंह नें बताया कि वातावरण को स्वच्छ और आकर्षक बनाने के लिये हरियाली और बच्चो के खेलने के लिये भी पर्याप्त प्रबंध किया जायेगा।
श्रीमती सिंह नें बताया कि इस परियोजना के कार्य को समय सीमा में पूर्ण कराने के लिये मुख्य फोकस किया जायेगा ताकि ग्वालियर स्मार्ट सिटी इस परियोजना को 60 दिन के भीतर साकार कर सके।