स्मार्ट सिटी का कमांड कंट्रोल सेंटर से शहर में सुनिश्चित की जा रही है आँक्सीजन की पूर्ति, माँग और आपूर्ति में समन्वय के साथ।
ग्वालियर:- आज पूरा विश्व कोरोना संक्रमण की चपेट में है, तथा भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर का असर हर तरफ़ देखा जा रहा है। दिल्ली व मुंबई जैसे अनेक शहर बीते कुछ समय से ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं। शुक्रवार शाम को ग्वालियर में जब कुछ निजी अस्पतालों द्वारा परिजनों को अपने मरीज़ शिफ़्ट कराने के लिये कहा गया तब यह संकट ग्वालियर पर भी मंडराने लगा था। जिससे आक्सीजन की कमी हर तरफ दिखाई देने लगी। ऐसे में स्मार्ट सिटी के कंट्रोल कमांड सेंटर नें अपनी अहम भूमिका का निर्वाहन किया। शुक्रवार शाम 7 बजे सिटी सेंटर स्थित निजी हॉस्पिटल से मरीज़ों के कॉल आना शुरू हुए तथा स्थिति गम्भीर प्रतीत होने लगी तब कंट्रोल कमांड सेंटर नें अपनी उपयोगिता को साबित किया, और तत्काल अन्य विभागो से समन्यवय स्थापित कर एक तरफ मरीज़ों की तत्काल शिफ़्टिंग का प्रबंध किया गया और दूसरी तरफ ऑक्सिजन सिलिंडर को भी कुछ ही समय में समन्वय स्थापित कर रीफ़िल कराया गया।
गौरतलब है कि इस गंभीर स्थिती में जिला कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक अमित सांघी व निगम कमिश्नर शिवम वर्मा के मार्गदर्शन में कंट्रोल कमांड सेंटर से समन्यवय बनाकर अलग अलग स्थानों से भरे व ख़ाली सिलिंडर भी ज़ब्त किए गए, जिससे शहर के 75 निजी अस्पताल और ज़िला चिकित्सालय मुरार में ऑक्सीजन की प्रति घंटा की आवश्यकता के अनुसार आपूर्ति कराने के साथ ही साथ पिंटो पार्क तथा बिरला नगर के ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन सिलिंडर की निरंतर री फ़्यूलिंग का कार्य पूरी रात कराया गया था। इन सारी गतिविधियों पर कमांड सेंटर पर तैनात स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती जयति सिंह सम्बंधित अधिकारियों को विधिवत जानकारी, माँग तथा आपूर्ति के अनुसार निर्देशित करती रहीं। रात क़रीब ढाई बजे उन्होंने स्वयं कमांड सेंटर से पड़ाव स्थित एक निजी अस्पताल पहुँच कर परिजनों की बात सुनी तथा तत्काल ही ऑक्सीजन सिलिंडर की आपूर्ति सुनिश्चित की।
स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती जयति सिंह नें बताया कि शहर में ऐसी गंभीर स्थिती दुबारा न हो इसके लिये भी वरिष्ठ अधिकारियो के मार्गदर्शन में स्मार्ट सिटी द्वारा माँग आपूर्ति के अनुरूप ऐक्शन प्लान तैयार किया गया है, और निरन्तर स्थिती पर नजर रखी जा रही है। ताकि तुरन्त ही आवश्यकता पढने पर सहायता उपलब्ध करवाई जा सके। श्रीमती जयति सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार शाम से शुरू हुआ यह प्रयास निरंतर जारी है। शुरूआत में मात्र 142 सिलिंडर की उपलब्धता से 70 से अधिक अस्पतालों में मरीज़ों तक ऑक्सीजन पहुँचाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था जिसे ज़िला प्रशासन, नगर निगम, पुलिस तथा स्मार्ट सिटी द्वारा समन्यवय बनाकर किया गया जिससे गंभीर स्थिती को टाला जा सका। इस पूरी प्रक्रिया में कमांड कंट्रोल सेंटर ने अहम भूमिका निभाई जो थी माँग और आपूर्ति में समनवय स्थापित करना।
काबिलेगोर है कि ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा विकसित कमांड कोंट्रोल सेंटर कोविड कंट्रोल में शुरू से ही एक सराहनीय भूमिका निभा रहा है। कोरोना से सम्बंधित हेल्पलाइन सेवाएँ, व्हाटसैप द्वारा विडीओ चिकित्सकीय परामर्श, रात्रि क़ालीन आपातकाल ऐम्ब्युलन्स सेवा, बाल रोग विशेषज्ञों द्वारा परामर्श आदि सेवाओं द्वारा भी आमजन को लाभान्वित कर रहा है । साथ ही संक्रमित मरीज़ों का फ़ॉलो अप भी दिन में दो बार कमांड सेंटर द्वारा प्रतिदिन किया जा रहा है । यह सेंटर 24 X 7 कार्यरत है तथा अस्पतालों में बेड उपलब्धता, संक्रमितों की शिफ़्टिंग, मेडिसिन किट वितरण, कोविड रिपोर्ट सेवा आदि को भी विधिवत रूप से संचालित कर रहा है।