कोविड-19 को लेकर क्राइसिस मेनेजमेंट की बैठक में आए सुझाव, स्वीकृति के लिए भेजे जाएंगे।
ग्वालियर:- ग्वालियर ही नहीं प्रदेश में कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिये शासकीय प्रयासों के साथ-साथ समाज के सभी वर्ग जन जागृति के लिये आगे आए। कोविड के कारण आर्थिक गतिविधियों को कम से कम रोकते हुए संक्रमण की रोकथाम की जा सके, ऐसे प्रयास किए जाए। जिला स्तरीय क्राइसेस समिति की बैठक कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को कलेक्ट्रेट के एनआईसी कक्ष में संपन्न हुई। बैठक में जनहित से जुड़े हुए अनेक मुद्दों पर समिति के सदस्यों ने सुझाव दिए।
कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने क्राइसेस मैनेजमेंट समिति के सभी सदस्यो से प्राप्त सुझावों के आधार पर प्रतिवेदन तैयार कर शासन को भेजे जाने का निर्णय लिया। शासन स्तर से स्वीकृति प्राप्त होने पर इसे लागू किया जा सकेगा। क्राइसेस मैनेजमेंट की बैठक में सदस्यों द्वारा सुझाव दिए गए कि आर्थिक गतिविधियों को कम से कम रोकते हुए संक्रमण को रोका जाए। इसके लिए शहर के सभी बाजार शाम 6 बजे बंद किए जाए। साथ ही विवाह समारोहों में शाम 6 बजे तक मैरिज गार्डन की क्षमता का आधा एवं अधिकतम 200 लोगों को विवाह समारोह में शामिल होने की अनुमति दी जाए।
बैठक में यह भी सुझाव प्राप्त हुआ कि शहर के विभिन्न रेस्टोरेंटों में क्षमता के 30 प्रतिशत लोगों को बिठाकर भोजन आदि की व्यवस्था चालू की जाए। शहर की विभिन्न जिमों में एक समय में अधिकतम पाच व्यक्तियों को बिना एसी चलाए जिम करने की अनुमति दी जाए। इन सभी सुझावों पर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने स्पष्ट किया कि प्राप्त सुझावों के आधार पर प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जायेगा। शासन स्तर से स्वीकृति प्राप्त होने के पश्चात ही जिले में इस पर अमल किया जा सकेगा।
बैठक में क्षेत्रीय सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि आर्थिक गतिविधियों को पूरी तरह से बंद करने की अपेक्षा शाम 6 बजे तक ही चालू रखा जाए। इसके साथ ही विवाह समारोह को भी शाम 6 बजे तक एक निर्धारित संख्या में आयोजित करने की सहमति दी जा सकती है। बैठक में पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल, पूर्व विधायक मदन कुशवाह, पूर्व विधायक रामबरन सिंह गुर्जर ने भी अपने-अपने सुझाव रखे। इसके साथ ही भाजपा के जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी, ग्रामीण अध्यक्ष कौशल शर्मा और कैट के अध्यक्ष भूपेन्द्र जैन ने भी अपनी-अपनी बात रखी।