शिल्पकारो को प्रोत्साहन देने के लिये हर संभव सहयोग करेंगे :– सीईओ श्रीमती जयति सिंह
ग्वालियर:- भारतीय शिल्प कला के विकास औऱ शिल्पकारो को प्रोत्साहन देने के लिये ग्वालियर स्मार्ट सिटी हर संभव सहयोग करेगी यह बात स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती जयति सिंह नें आज मंगलवार को ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा विकसित क्षेत्रीय आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर में आयोजित शिल्पी चौपाल कार्यक्रम मे कही। इस अवसर पर हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास विभाग के सहायक संचालक पुष्पराजन सहित कई वरिष्ठ शिल्पकार और शिल्पी उपस्थित थे।
स्मार्ट सिटी सीईओ जयति सिंह नें बताया कि पत्थर शिल्प की कला में ग्वालियर का नाम प्राचीन काल से प्रसिद्ध है। स्मार्ट सिटी का प्रयास है कि अंचल में शिल्पकला को निरन्तर प्रोत्साहन मिलता रहे और अंचल के शिल्पियो द्वारा रचित शिल्प का बेहतर प्रदर्शन हो। इसके लिये शिल्पकारो को एक स्थान पर सुविधाये मिले, इसी बात को ध्यान में रखकर क्षेत्रीय आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर तैयार किया गया है। श्रीमती सिंह नें कहा कि शिल्पियो के लिये यह बहुत ही अच्छा अवसर है कि वह इस सुविधा का लाभ लेकर अपनी कला को आगे बढाये। श्रीमती सिंह ने जानकारी देते हुये बताया कि इस सेंटर में शिल्पियो के मार्गदर्शन के लिये समय समय पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित किये जाते है। जल्द ही शिल्पकारो की एक समिती बनाई जायेगी जो सेटंर की देखरेख में अपनी कुशल भूमिका निभायेगी।
श्रीमती सिंह नें कहा कि क्षेत्रीय आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर एक तरह से शिल्पियो के लिये हब है, जहाँ उन्हे कला के प्रदर्शन हेतु सुविधाये मिल रही है, क्योकि बहुत से लोग ऐसे होते है जिनमे रचनात्मकता भरी पडी है मगर उन्हे मार्गदर्शन का मंच नही मिल पाता है, क्षेत्रीय आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर ऐसे कलाकारो का मार्गदर्शन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस सेंटर के विकसित होने से न केवल क्षेत्रीय स्टोन आर्ट व वुडन आर्ट के कलाकारो को नई पहचान मिल सकेगी बल्कि सेंटर पर कलाकार अपनी कला को प्रदर्शित भी कर सकेगे। श्रीमती सिंह नें शिल्पी चौपाल में उपस्थित शिल्पियो से सुझाव भी मांगे।
हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास विभाग के सहायक संचालक पुष्पराजन नें बताया कि क्षेत्रीय आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर में इस माह शिल्पियो के प्रोत्साहन औऱ मार्गदर्शन के लिये दो माह का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जायेगा इसमें तीस तीस शिल्पी भाग लेगे इन्हे मास्टर ट्रेनर व उसके दो सहायको द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा। श्री पुष्पराजन नें बताया कि यह पहला ऐसा प्रशिक्षण शिविर होगा जिसमे शिल्पियो की बायोमेट्रीक पद्धति से रोजाना उपस्थिती दर्ज की जायेगी उन्होने बताया कि प्रत्येक शिल्पी को 300 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से भत्ता भी दिया जायेगा शिविर की तिथि जल्द घोषित की जायेगी।