ग्वालियर जिले की छ: सड़कों के निर्माण और रख-रखाव की जिम्मेदारी अब लोक निर्माण विभाग की।
ग्वालियर:- स्थानीय जन-प्रतिनिधियों और निवासियों की मांग पर प्रदेश की 20 ग्रामीण सड़कों को मुख्य जिला सड़कों में सम्मिलित किया गया है। इन सड़कों के निर्माण और रख-रखाव की जिम्मेदारी अब लोक निर्माण विभाग उठायेगा।
आत्म निर्भर मध्यप्रदेश के मुख्य बिंदुओं के तहत प्रदेश की सुदृढ़ अधोसंरचना विकास राज्य शासन की प्राथमिकता है। इसी कड़ी में लोक निर्माण विभाग द्वारा स्थानीय जन-प्रतिनिधियों की मांग पर ग्वालियर जिले की 6 ग्रामीण सड़कें एवं श्योपुर जिले की 3 सड़कें मुख्य जिला सड़कों में शामिल की गई हैं। इनके अलावा उज्जैन संभाग की 7 सड़कें, भोपाल संभाग में बैतूल जिले की 2 सड़कें तथा होशंगाबाद और बालाघाट जिले की एक-एक ग्रामीण सड़क अब मुख्य जिला सड़कों में तब्दील होगी। मुख्य जिला सड़क के रूप में उन्नयन हो जाने से इन सड़कों का बेहतर रख-रखाव लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जा सकेगा। इनके निर्माण और रख-रखाव के लिये सीआरआईएफ से भी आर्थिक मदद मिलना आसान होगा।
ग्वालियर-चंबल संभाग की इन सड़कों का हुआ उन्नयन
ग्वालियर परिक्षेत्र के अंतर्गत डाडाखिरक से तिघरा मार्ग, गुप्तेश्वर मंदिर गोलपहाड़िया से मोती झील मार्ग, जोरासी-आतरी-ऐराया-कछौआ-बडकीसराय –छीमक मार्ग, खुरेरी,बिजोली,गुन्धारा,जिगनिया,गुहीसर मार्ग, सिमरिया टेकरी से हरिपुर तिराहा मार्ग एवं मकोड़ा से टेकनपुर सड़क शामिल है। श्योपुर जिले के दांतरदा से जैनी मार्ग, बाजरली-मकड़ावदा, कालापट्टा, बड़ोदा मसावनी से पहेला मार्ग को जिला मुख्य मार्ग में तब्दील किया गया है।