अभी और भी अधिकारियों पर गिर सकती है गाज? जांच दल छैरा, मानपुर एवं बागचीनी पहुंचा।
ग्वालियर:- मुरैना जिले में गत दिवस जहरीली शराब के सेवन से हुई मृत्यु की दु:खद घटना को प्रदेश सरकार ने गंभीरता से लिया है। संपूर्ण घटना की जांच के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय जांच दल गठित किया गया है। घटना की वस्तुस्थिति जानने के लिये यह दल गुरूवार को मुरैना पहुँचा। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री राजेश राजौरा की अध्यक्षता में गठित इस जांच दल में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अपराध अनुसंधान विभाग श्री ए. सांई मनोहर और उप पुलिस महानिरीक्षक श्री मिथलेश शुक्ला शामिल हैं।
उच्च स्तरीय जाँच दल ने मुरैना सर्किट हाउस पर वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर घटना के संबंध में जानकारी ली। जाँच दल ने इसके बाद चंबल संभाग के कमिश्नर श्री आशीष सक्सेना के साथ जौरा विकासखंड के ग्राम छैरा व मानपुर पहुंचकर घटना स्थल का मौका मुआयना किया। साथ ही पीडित परिवारों से मिलकर चर्चा की और उनकी पारिवारिक स्थिति जानी । अपर मुख्य सचिव गृह श्री राजौरा ने ग्रामीणों से अवैध शराब के विक्रय के संबंध में भी चर्चा की और उनके द्वारा बताए गए साक्ष्य भी देखे। इस अवसर पर चंबल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक, श्री मनोज शर्मा, नवागत पुलिस अधीक्षक सुनील पांडे, अपर आयुक्त श्री आशीष कुमार चौहान तथा अपर कलेक्टर व एसडीएम सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
अपर मुख्य सचिव श्री राजेश राजौरा ने बताया कि मुरैना जिले मे जहरीली शराब पीने से मृत लोगों के गाँव का भ्रमण कर वस्तुस्थिति समझी है। जाँच दल द्वारा साक्ष्यों का अध्ययन किया जा रहा है। जल्द ही इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर इस निष्कर्ष पर पहुँचेंगे कि इस घटना के लिये कौन-कौन दोषी थे। घटना किन परिस्थितियों में हुई और सुधार के लिये सिस्टम में क्या-क्या परिवर्तन करने की जरूरत है, जिससे घटना की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने कहा कि अवैध शराब के संबंध में जो ग्रामीणजन अपना अभिमत देना चाहते हैं वे हमें गोपनीय तरीके से अपनी जानकारी भेज सकते हैं। उनका नाम एवं बताये गये शब्द आदि को गोपनीय रखा जायेगा। राज्य शासन को दल द्वारा रिपोर्ट तीन दिवस में भेजी जायेगी।