इस बार 26 से 30 दिसंबर तक होगा तानसेन समारोह।
ग्वालियर:- भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश के सबसे प्रतिष्ठित अखिल भारतीय आयोजन “तानसेन समारोह” की तैयारियाँ जोर-शोर से जारी हैं। संगीत की नगर ग्वालियर में हजीरा स्थित तानसेन के समाधि स्थल पर आयोजित होने वाले इस समारोह के लिए आर्केलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) ने अनुमति दे दी है। समारोह की सभी व्यवस्थाओं को समय सीमा में एवं बेहतर ढंग से अंजाम देने के लिए एक उपसमिति का भी गठन किया गया है।
उल्लेखनीय है कि गान महृषि तानसेन को स्वरांजलि देने के लिए हर साल आयोजित होने वाला यह संगीत महोत्सव इस बार 26 से 30 दिसम्बर के बीच होने जा रहा है। इस बार कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखकर विशेष व्यवस्थाएँ की जा रहीं हैं। समारोह का शुभारंभ 26 दिसम्बर को प्रातःकालीन बेला में तानसेन की समाधि पर पारंपरिक ढंग से हरिकथा ,मिलाद, शहनाई वादन व चादरपोशी के साथ होगा। इसके बाद अपरान्ह 3 बजे से समारोहपूर्वक शुभारंभ होगा।
तानसेन समारोह की स्थानीय व्यवस्थाओं को लेकर एक उप समिति गठित की गई है। इस समिति में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, नगर आयुक्त, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनसंपर्क अधिकारी व एएस.आई. के वरिष्ठ संरक्षक सहायक शामिल किए गए हैं। साथ ही सर्वश्री अशोक आनंद, बाल खांडे व कलावीथिका प्रभारी वेद कुमार शर्मा भी समिति में शामिल किए गए हैं। यह समिति स्थानीय स्तर पर होने वाली व्यवस्थाएं देखेंगी व मॉनीटरिंग करेंगी।
तानसेन समारोह के अंतर्गत होने वाला कार्यक्रम ‘वादी-संवादी’ राजा मान सिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय में 28 दिसंबर को अपरान्ह 1.30 बजे से 2.30 बजे तक होगा। कार्यक्रम का संयोजन विश्वविद्यालय प्रशासन ही करेगा।
कोविड के कारण इस बार भंडारा नहीं, पैकेटों में मिलेगा लंच
तानसेन समारोह की आखिरी सभा बेहट में होगी। इस दौरान वहां होनेवाला भंडारा कोविड के चलते संभवत: नहीं हो पाएगा। ऐसे में यहां पहुंचने वाले संगीत प्रेमियों को भोजन के पैकेट वितरित किए जाएंगे।