25000 रूपए की रिश्वत लेते हुए ड्रग इंस्पेक्टर धरा।
ग्वालियर:- महेंद्र बाथम निवासी मैना वाली गली जो कि फार्मासिस्ट है, उन्होंने लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदन किया था। लाइसेंस बनवाने के एवज में 25000 रूपए की रिश्वत मांगी गई थी, रिश्र्वत लेते हुए ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर को लोकायुक्त ने अपने शिकंजे में ले लिया। बाबू के द्वारा लेनदेन होना बताया जा रहा है? जबकि सच्चाई कुछ और ही है? यह तो भविष्य की गर्त में दफन हैं। लोकायुक्त की कार्यवाही जारी।