मध्यप्रदेश सिविल सेवा आचरण की अवहेलना करता लोकनिर्माण विभाग।
ग्वालियर:- मध्यप्रदेश शासन के लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों ने सिविल सेवा आचरण नियम 1965 की अनदेखी करते हुए चार महीने जेल में रहकर जमानत पर रिहा हो कर आए देवराज गांधी को डबरा कार्यालय में बड़े बाबू के पद पर आसीन होने के लिए निर्देशित किया गया।
गौरतलब है कि विगत चार मार्च को देवराज गांधी को फर्जी अंकसूची मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन चार माह तक लोकनिर्माण विभाग ने उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की, जब चार माह बाद जमानत पर आने के बाद विभाग के अधिकारियों ने सिविल सेवा आचरण की अवहेलना करते हुए देवराज गांधी को डबरा कार्यालय में बड़े बाबू के पद पर ज्वाॅइनिग करा दी गई। हालांकि प्रकरण न्यायालय में चल रहा है।