आखिर मामा ने निभाया अपना फर्ज;- मुख्यमंत्री ही नहीं जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन का भी तहे दिल से आभार व्यक्त कर दिया शुभाशीष।
ग्वालियर:- मध्य प्रदेश शासन के यशस्वी मुख्यमंत्री सहित जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक सहित प्रदेश सरकार के आला अधिकारियों का उन अभिभावकों ने हृदय की गहराइयों से आभार व्यक्त करते हुए शुभ आशीष वचन में कहा कि हमारे बच्चे हमसे दूर थे। चाहे वह अपने भविष्य को बनाने के लिए अन्य प्रदेशों में कोचिंग क्लास हेतु गए थे, परंतु महामारी के प्रकोप के आ जाने से वे वहीं के वहीं फंसे रह गए, लेकिन धन्य है प्रदेश सरकार के मुखिया एवं जिला प्रशासन जिन्होंने उन दुखियारी माओं की फरियाद सुनी और उनकी संतान को उनसे मिला दिया।
गौरतलब है कि विगत दिनों प्रदेश सरकार के निर्देश के बाद जिला प्रशासन ने कोटा में फंसे हजारों छात्रों को तकरीबन 150 बसें भेज कर वापस बुलाकर उन माताओं बहनों को उनके विछड़े बच्चों से, बहनों को भाइयों से मिलाकर एक सराहनीय कार्य को अंजाम दिया। जिसमें उन माताओं बहनों के कलेजे को ठंडक प्रदान की। वहीं माताओं बहनों ने इस पुनीत कार्य में सहयोगी रहे सभी अधिकारियों कर्मचारियों सहित ड्राइवर एवं वाहन स्वामियों तक को सैकड़ों दुआएं दी।
वहीं दूसरी ओर कुछ एक अभिभावकों ने मार्मिक अपील करते हुए कहा है कि जिस तरह शिवराज सरकार ने कोटा में फंसे छात्र छात्राओं को अपने परिजनों से मिला कर पुण्य कार्य किया है, वैसे ही हमारे बच्चों को दिल्ली से ग्वालियर लाकर हमें और हमारे परिवार को संजीवनी बूटी प्रदान करने की कृपा करें। जिससे कि हमारे परिवार के बीच चल रही अजीबोगरीब स्थिति से निजात मिल सके। अतः एक बार फिर से शिवराज सरकार शिवराज मामा से अपील है कि कोटा में फंसे बच्चों को जिस तरह अपने मां-बाप से मिलाया है उसी तरह दिल्ली में फंसे भांजे भांजीयो को अपने मां बाप से मिला कर कृतार्थ करने का कष्ट करेंगे।