मध्यप्रदेश पर्यटन, वन और वन्य जीव के मामले में धनी प्रदेश है:- मुख्यमंत्री कमलनाथ
भोपाल:- मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश प्रकृति से भरपूर और वन्य जीवों से समृद्ध प्रदेश है। वन्य जीव और प्रकृति, पर्यटन ऐसी आर्थिक गतिविधियाँ है जो शिक्षाप्रद हैं और संवेदनशीलता की अपेक्षा करती हैं। यह एक उत्तरदायित्वपूर्ण पर्यटन गतिविधि है। उन्होंने कहा कि इसे संवेदनशीलता के साथ बढ़ावा देना होगा और पर्यटन क्षमता का विशेष ध्यान रखना होगा। वे आज यहाँ स्थानीय मिंटो हॉल में श्री सुयश केशरी द्वारा निर्मित सफारी फिल्म का लोकार्पण कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि टाइगर हमारे ईको सिस्टम को नियंत्रित करता है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को देश में ही नहीं वरन् विश्व में टाइगर स्टेट का दर्जा प्राप्त है। हमें अपनी इस सम्पदा का प्रदेश की समृद्धि और यहाँ के लोगों के हित में उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश पर्यटन, वन और वन्य जीव के मामले में धनी प्रदेश है। इसके जरिए हम मध्यप्रदेश की एक बेहतर प्रोफाइल बना सकते हैं जो न केवल हमारे देश के बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा। श्री नाथ ने श्री सुयश केशरी को एक बेहतर सफारी फिल्म बनाने के लिए बधाई दी और आशा व्यक्त की कि इसका लाभ प्रदेश को मिलेगा।
मध्यप्रदेश भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) के अध्यक्ष और विश्व प्रकृति निधि के संरक्षक श्री अंटोनी डिसा ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य प्रदेश में वन्य-जीव और प्रकृति-पर्यटन को बढ़ाना है। इसके लिए उन्होंने विश्व प्रकृति-निधि की भूमिका की सराहना की। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि पर्यावरण एवं वन मंत्री की भूमिका में उन्होंने प्रकृति-संरक्षण के प्रयासों की श्रृंखला शुरू की थी और वन्य जीव पर्यटन की भी नींव रखी थी।सफारी फिल्म के निर्माता श्री सुयश केशरी ने फिल्म की भूमिका और उसकी निर्माण प्रक्रिया की जानकारी दी। कार्यक्रम में पर्यटन सचिव श्री फैज अहमद किदवई ने आभार प्रदर्शन किया।