आखिर क्यों मेहरबान है परिवहन विभाग?
ग्वालियर:- क्या वजह है कि परिवहन विभाग स्मार्ट चिप कम्पनी पर इतना मेहरबान क्यों है? यह तो भविष्य की गर्त में दफन हैं, परंतु यह तो तय है कि दाल में कुछ तो भी काला है। अन्यथा महकमा कार्यवाही करने में पीछे नहीं हटता।
गौरतलब है कि परिवहन विभाग ही नहीं शासन भी कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। क्यो की शासन को भी गुमराह किया जा रहा है। महकमे में बैठे आला अधिकारी अभी भी पूर्व सरकार की मानसिकता पर काम कर रहे हैं, जबकि उन्हें याद रखना होगा कि अव सरकार प्रदेश में बदल चुकी है।
मप्र प्रदेश शासन ने स्मार्ट चिप कम्पनी के इस प्रोजेक्ट के लिए मध्यप्रदेश स्टेट इलेक्ट्रॉनिक डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड को थर्ड पार्टी ऑडिटर नियुक्त किया है इसकी भूमिका भी संदिग्ध प्रतीत होती दिख रही है, क्योंकि इसकी रिपोर्ट के आधार पर ही कंपनी को आगे विस्तारण प्रदान किया जाना है और इसी की रिपोर्ट के आधार पर स्मार्ट चिप कम्पनी को भुगतान किया जाता है। जानकारों का कहना है समिति ने अपनी रिपोर्ट पांच वर्ष नो माह में शासन को भेजी है।