सूर्य मन्दिर की आभा में होगा तानसेन समारोह।
भोपाल:- ग्वालियर में हर साल संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश शासन की ओर से आयोजित होने वाला विश्वख्याति का संगीत महोत्सव राष्ट्रीय तानसेन समारोह इस बार ग्वालियर के सूर्य मन्दिर की आभा, सुषमा और ऊष्मा में होगा। स्मरणीय है कि हर साल ही मंच निर्माण और मंच सज्जा में इस समारोह को गणमान्य अतिथियों और कलाकारों की बेहद सराहनाएँ मिला करती हैं। यह समारोह 17 दिसम्बर से आरम्भ हो रहा है। पहले दिन शुभारम्भ अवसर पर विख्यात संगीतविद् डॉ विद्याधर व्यास को राष्ट्रीय तानसेन एवं हेग्गोडु कर्नाटक की संस्था निनासम को राजा मानसिंह तोमर सम्मान से विभूषित किया जायेगा।
सामाजिक और सांस्कृतिक समरसता के प्रति मध्यप्रदेश सरकार की प्राथमिकता के दृष्टिगत संस्कृति मंत्री डॉ विजय लक्ष्मी साधौ के सुझाव पर इस बार ग्वालियर के सूर्य मन्दिर को भारतीय सांस्कृतिक गौरव को अपनी सन्निधि प्रदान करने की प्रार्थना के साथ मंच पर प्रतिकृतित्व प्रदान किया जा रहा है जिसमें श्रेष्ठ परिकल्पनाकारों, कलाकारों और रचनात्मक विचारकों-सलाहकारों ने अपना योगदान किया है।
ग्वालियर का सूर्य मन्दिर श्रद्धालुओं, पर्यटकों, कला प्रेमियों के लिए आकर्षण और श्रद्धा का केन्द्र रहा है। लगभग तीस वर्ष पूर्व यह मन्दिर ग्वालियर में निर्मित हुआ था। लाल बलुआ पत्थर के प्रयोग से इस मन्दिर का निर्माण और संगमरमर से किया गया है। इस मन्दिर की विशेषता यह है कि सूर्योदय होता है तो पहली किरण मन्दिर के भीतर आती है। उस समय का दृश्य मनोरम हो जाता है।
तानसेन समारोह का मंच और वातावरण ऐसी अनुभूति से आलोकित होगा और गायन-वादन की समर्पणपरक सभाएँ होंगी, इसकी कल्पना की जा सकती है।