a
Copyright Hindustan Media Diary
फारेस्ट रेंजरो के पदस्थापना आदेश जारी, देखें सूची?-भारतीय वन सेवा के आधिकारियों के तबादले!-अनियमितता एवं गंभीर लापरवाही के चलते 4 इंजिनियर निलंबित!-सिविल सर्जन को हटाने के लिए कलेक्टर ने लिखा स्वास्थ्य आयुक्त को पत्र!-प्रदूषण नियंत्रण के लिए परिवहन विभाग की व्यवस्था के साथ आरव्हीसीएफ सेंटर शुरू!-निगमायुक्त ने कार्य व्यवस्था के चलते कर्मचारियों/आधिकारियों के मध्य किया कार्य विभाजन!-राज्य पुलिस सेवा के आधिकारियों के तबादले!-सहायक यंत्री का एक माह का वेतन राजसात करने के लिए नोटिस जारी!-अनियमितता, लापरवाही और उदासीनता बरतने पर चिकित्सा अधिकारी निलंबित!-IPS आधिकारियों के तबादले, देखें सूची?
Homeभोपालआम आदमी के लिए जन सुविधाएँ बढ़ाना शासन का लक्ष्य : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ

आम आदमी के लिए जन सुविधाएँ बढ़ाना शासन का लक्ष्य : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ

आम आदमी के लिए जन सुविधाएँ बढ़ाना शासन का लक्ष्य : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ

भोपाल:-  मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि आम आदमी की बुनियादी सुविधाओं में निरंतर वृद्धि हो, जिससे वह एक सुरक्षित और सम्मानित जीवन जी सके। श्री कमल नाथ आज लाल परेड ग्राउण्ड में 108 जननी एंबुलेंस के 45 नए वाहनों के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। ये वाहन पुराने वाहनों से रिप्लेस (परिवर्तित) किये गए हैं। मुख्यमंत्री ने 108 जननी एंबुलेंस की नई वाहनों को हरी झंडी दिखाकर आम जनता की सेवा के लिए रवाना किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि प्रदेश में नागरिकों को हर सुविधा मिले। एक ऐसा वातावरण प्रदेश में बने, जिसमें हर वर्ग खुश रहे और हमारा प्रदेश खुशहाल बने। श्री कमल नाथ ने कहा कि 108 जननी एंबुलेंस में पुराने वाहनों को बदला जाना इसी कड़ी में एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि नई एंबुलेंस वाहन शुरू होने से सुदूर अंचलों में रहने वाले लोगों को सुचारू रूप से समय पर इलाज मिल सकेगा। वर्तमान में प्रदेश के 51 जिलों में 737 संजीवनी 108 जननी एंबुलेंस वाहन संचालित हैं। इनमें से 2.5 लाख किलोमीटर चल चुके अथवा 5 वर्ष से अधिक पुराने हो चुके वाहनों में से 50 वाहनों को नए वाहनों में बदलने की योजना है। जानकारी दी गई कि जननी एक्सप्रेस योजना में अप्रैल 2019 से सितंबर 2019 तक मात्र छ: माह में कुल 2 लाख 94 हजार 595 गर्भवती महिलाओं तथा 39 हजार 299 बीमार शिशुओं को उपचार के लिये समय पर घर से चिकित्सालय तक पहुँचाया गया। इसी प्रकार कुल 2 लाख 64 हजार 513 महिलाओं को प्रसव उपरान्त तथा 28 हजार 24 बीमार शिशुओं को अस्पताल से घर तक पहुंचाया गया। कुल 77 हजार 446 हितग्राहियों को एक अस्पताल से दूसरे उच्च स्वास्थ्य संस्थान तक पहुँचाया गया।

Share With:
Rate This Article

hindustanmediadiary@gmail.com

No Comments

Leave A Comment