पढ़ाई केवल पास होने के लिए नहीं, ज्ञानवर्धन के लिए करें :– कलेक्टर
ग्वालियर:- पढ़ाई केवल परीक्षा पास करने के लिए नहीं, बल्कि ज्ञानवर्धन के लिए करना चाहिए। हमारा उद्देश्य पढ़ाई के माध्यम से अधिक से अधिक ज्ञान अर्जित करना होना चाहिए। यह बात कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने उत्कृष्ट विद्यालय मुरार में दसवीं कक्षा के छात्रों को पढ़ाते हुए कही। ग्वालियर जिले में विद्यादान योजना के तहत शासकीय स्कूलों में अधिकरियों, इंजीनियरों और सीनियर छात्रों के माध्यम से पढ़ाने का अभियान प्रारंभ किया गया है।
ग्वालियर जिले में विद्यादान योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत जिले के चयनित 100 शासकीय स्कूलों में शिक्षकों के अतिरिक्त अधिकारी, प्रोफेसर, इंजीनियर एवं विभिन्न कॉलेजों के सीनियर छात्र स्कूली बच्चों को ज्ञानवर्धन हेतु पढ़ायेंगे। इसी अभियान के तहत सोमवार को कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी उत्कृष्ट विद्यालय मुरार पहुँचे। उन्होंने स्कूल में दसवीं कक्षा के छात्रों की क्लास में पढ़ाया।
कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने छात्र-छात्राओं को साइंस का चैप्टर समझाया। क्लास में इलेक्ट्रिक विषय पर विस्तार से छात्रों को जानकारी दी गई। इसके साथ ही छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न प्रश्न भी कलेक्टर से पूछे गए, जिनका उन्होंने समाधान किया। कलेक्टर श्री चौधरी ने छात्र-छात्राओं से कहा कि बेहतर जीवन बनाने के लिए शिक्षा सबसे जरूरी है। प्रगति का कोई शॉर्टकट नहीं होता है। इसके लिए मेहनत आवश्यक है। कलेक्टर ने छात्र-छात्राओं से कहा कि पढ़ाई को वह अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। प्रतिदिन सुबह जल्दी उठकर नियमित अध्ययन की आदत डालें।
कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने यह भी कहा कि नियमित अध्ययन करने वाले छात्र कभी-भी किसी परीक्षा में असफल नहीं होते हैं। केवल परीक्षाओं के दिनों में ही पढ़ने वाले छात्रों को दिक्कतें आती हैं। कलेक्टर ने कहा कि स्कूल में जो पढ़ाया जाए, उसे छात्र-छात्राएं घर जाकर भी अवश्य पढ़ें। एक ही चीज को बार-बार पढ़ने से वह चिरस्थायी हो जाती है। छात्र-छात्राएं जो आज पढ़ें, उसे अगले दिन पढ़ें और 15 दिन बाद पुन: उसे पढ़ें। इस आदत को अपने जीवन में ढाल लें, ताकि जो भी पढ़ें वह उन्हें हमेशा याद रहे।
कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने दसवीं कक्षा के छात्रों को इलेक्ट्रिसिटी विषय पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने छात्र-छात्राओं से सवाल हल कराकर भी देखे। कलेक्टर ने छात्र-छात्राओं को आश्वस्त किया कि वे आगामी 15 दिनों के बाद पुन: उनकी कक्षा में आयेंगे और आज जो पढ़ाया है, उसके बारे में जानकारी लेंगे। इसके साथ ही छात्र-छात्राओं को उन्होंने कई सवाल भी दिए, जिनका अध्ययन कर हल करने को कहा। कलेक्टर ने स्कूल के प्राध्यापकों से भी आग्रह किया कि बच्चों को अच्छे से पढ़ाऐं और उनकी जिज्ञासाओं को पूछकर निराकृत करें।